मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने डॉक्टर वाई एस परमार की 111वीं जयंति पर याद करते हुए महान दूरदर्शी और गतिशील नेता की उपाधि दी है। प्रभारी शिंदे के साथ मुख्यमंत्री ने उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डॉ परमार ने अपना पूरा जीवन लोगों के विकास के लिए समर्पित कर दिया। डॉ परमार के नेतृत्व में किए गए संघर्ष की बदौलत ही इस पहाड़ी राज्य को अलग पहचान, आकार तथा अपने प्रारम्भिक वर्षों में विकास के लिए सुदृढ़ आधार मिला।
इसके उपरांत वीरभद्र ने विधानसभा में डॉ परमार की जयंती मनाने के लिए आयोजित समारोह में भी शिरकत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ परमार द्वारा पूर्ण राज्यत्व से सम्बन्धित मामले उठाने को कुछ लोगों द्वारा हल्के में लिया, परंतु उन्होंने इन सपनों को संघर्ष कर हासिल किया।