प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी से रविवार को 30वीं बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम से देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा, देशवासी अगर संकल्प के साथ कोई काम करते हैं तो हमारा न्यू इंडिया का सपना पूरा होगा। उन्होंने कहा, अगर देश के सवा सौ करोड़ देशवासी सप्ताह में एक दिन अगर पेट्रोल और डीजल का प्रयोग नहीं करने का संकल्प लेते हैं तो बहुत लाभ होगा। एक तो ऊर्जा की बचत होगी और दूसरा पर्यावरण की सुरक्षा भी होगी।
‘मन की बात’ की अहम बातें
- भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान की गाथा को हम शब्दों में अलंकृत भी नहीं कर पाएंगे।
- देश के युवाओं से अनुरोध है जब भी समय मिले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि पर जरूर जाएं।
- रवीन्द्रनाथ टैगोर, उनकी यादें, भारत और बांग्लादेश की साझी विरासत हैं।
- आज से करीब 102 साल पहले महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह किया था। यह चंपारण सत्याग्रह की शताब्दी का वर्ष है।
- सार्वजनिक जीवन की शुरुआत कैसे की जा सकती है, खुद कितना परिश्रम करना होता है यह हम गांधीजी से सीख सकते हैं।
- सर्वजन हिताय – सर्वजन सुखाय’ इस मूल मंत्र को ले करके, देश के लिए, उन महापुरुषों के सपनों को साकार करेगा।
- बदलाव की चाह, बदलाव का प्रयास ही न्यू इंडिया की मजबूत नींव डालेगा। न्यू इंडिया सवा-सौ करोड़ देशवासियों का आह्वान है।
- न्यू इंडिया न सरकारी कार्यक्रम है और न ही किसी राजनैतिक दल का घोषणापत्र। न्यू इंडिया सवा- सौ करोड़ देशवासियों का आह्वान है।
- सभी देशवासी अगर संकल्प करें और मिलकर कदम उठाते चलें, तो न्यू इंडिया का सपना हमारे सामने सच हो सकता है।
- ब्लैक मनी के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ाने के लिए देशवासी एक वर्ष में 2500 करोड़ डिजिटल लेन-देन करने का संकल्प कर सकते हैं क्या? मैं आपको निमंत्रण देता हूं कि स्वराज से सुराज की इस यात्रा में हम सभी जीवन को अनुशासित कर, संकल्पबद्ध करके जुड़े।
- इससे आप देश की सेवा करते हुए ब्लैक मनी, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई के एक वीर सैनिक बन सकते हैं।
- 14 अप्रैल को बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती पर इस डिजि-मेला का समापन होने वाला है।
- मुझे विश्वास है कि देश की नई पीढ़ी में, विद्यार्थियों में स्वच्छता का जो भाव जगा है, यह एक अच्छे परिणाम का संकेत है।
- मैं चाहता हूं, देशवासियों के मन में गंदगी के प्रति गुस्सा हो, जब गुस्सा होगा तब हम गंदगी के खिलाफ़ कदम उठाएंगे।
- 17 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस है। इस बार इसकी थीम डिप्रैशन है। डिप्रैशन के सपर्शैन की बजाए एक्सप्रैशन की जरूरत है।
- सेवा-भाव से लोगों की मदद करिए, उनके सुख-दुःख को बांटिए, आप देखना, आपके भीतर का दर्द यूं ही मिटता चला जाएगा। परिवार के किसी भी सदस्य को अकेलेपन का शिकार न होने दें।
- आपके मन में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के संबंध में कोई सुझाव हों, तो नमो एप के माध्यम से अपने सुझाव मुझे जरूर भेजें।
- 21 जून अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का तीसरा साल होगा, आप अभी से तैयारी कीजिए और लाखों की तादाद में सामूहिक योग उत्सव मनाइए।