शिमला जल प्रबंधन निगम के 24 घंटे शहर में पानी देने के दावे फेल हो गए हैं। गर्मियां बढ़ने के साथ साथ पीने के पानी की समस्या भी बढ़ गई है। शहर के क्षेत्रों में 3-4 दिन बाद पानी की सप्लाई आ रही है जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग बावड़ियों से गंदा पानी पीने को मजबूर हो गए हैं।
शिमला शहर में पिछले लगभग महीने भर से पानी की राशनिंग हो रही है। शहर के विकास नगर, खलीनी, संजौली, टूटू सहित कई क्षेत्रों में 3-4 दिन बाद पानी की सप्लाई दी जा रही है लोग बावड़ियों से गंदा पानी भरने को मजबूर हैं। विकासनगर स्थित बावड़ी में नगर निगम ने साफ शब्दों में लिख है कि यह पानी पीने योग्य नहीं है लेकिन पानी की कमी के चलते लोग इसे पीने को मजबूर हैं।
वहीं पानी की कमी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा है ।कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश चौहान कहा है पांच साल पहले सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार ने शिमला शहर में 24 घंटे पानी देने का दावा किया था लेकिन आज हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है।लोगों को 4 से 5 दिन बाद पानी की दिया जा रहा है।शहर में पानी की समस्या विकराल बन गई है जबकि पर्यटन सीजन चरम पर है।सरकार का तंत्र पूरी तरह से फैल हो गया है अगर समय रहते समस्या का समाधान नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी सड़को पर उतरेगी।
वहीं शिमला जल प्रबंधन निगम के जनरल मैनेजर (ऑपरेशन) आर के वर्मा ने बताया कि भारी गर्मी के कारण पानी के स्त्रोत में पानी कम हो गया है जिससे पानी की सप्लाई कम आ रही है जिसके चलते तीसरे दिन पानी छोड़ा जा रहा है।