प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। शुक्रवार को शिमला, कांगड़ा और चंबा जिला में 8 मकान ढह गए। कांगड़ा जिले में चार मकान ध्वस्त हुए हैं। जोगिंद्रनगर से पपरोला तक रेल सेवा बंद हो गई है। प्रदेश में भूस्खलन से कई मार्गों पर यातायात बाधित है। सोलन शहर में भारी बारिश से निजी स्कूलों में छुट्टियां कर दी गई हैं।
वहीं, ऊना जिले की स्वां नदी में शुक्रवार को तेज बहाव में दो प्रवासी युवक फंस गए। इन्हें स्थानीय लोगों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया। उधर, दौलतपुर में खड्डें उफान पर हैं। कई जगह जाम लगने से बच्चे स्कूल भी नहीं पहुंच पाए। बारिश की वजह से छोटी गाडि़यां भी फंसी रहीं। चंबा के तीसा की बैरागढ़ पंचायत में बारिश के बाद जमीन धंसने से दो लोगों के घर ढह गए हैं।
जोगिंद्रनगर से पपरोला तक लगभग 25 किमी के सफर में जोगिंद्रनगर के पास बैंदनी नाला उफान पर है। यह कभी भी रेल लाइन को नुकसान पहुंचा सकता है। बरसात में सुरक्षा की दृष्टि से कुछ समय के लिए रेल सेवा बंद कर दी है। पठानकोट से नगरोटा बगवां तक ही रेल सेवा को जारी रखा है।
7 अगस्त से 8 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सात और आठ अगस्त को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। शुक्रवार को शिमला में अधिकतम तापमान 22.5, भुंतर में 31.2, सुंदरनगर में 30.5, नाहन में 24.3, सोलन में 26.0, कांगड़ा में 31.9, हमीरपुर में 32.2, बिलासपुर में 31.2, मंडी में 28.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।