मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र जंजैहली में उपजा विवाद सरकार के लिए पेचीदा मसला बनता जा रहा है। स्थानीय लोगों के बाद मामले पर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को घेरना शुरू कर दिया है। एसडीएम और सब-तहसील कार्यालय की अधिसूचना रद्द होने के बाद उत्पन्न विवाद पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चिंता जताई है।
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष नरेश चौहान ने ताज़ा हालात के लिए सीधा सीएम जयराम ठाकुर को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए पूर्व कांग्रेस सरकार ने लोगों की मांग पर न केवल दोनों कार्यालय खोले, बल्कि इन्हें स्टाफ सहित शुरू भी किया। बीजेपी के सत्ता में आने के बाद हाइकोर्ट ने दोनों कार्यालयों की अधिसूचना रद्द की। जयराम सरकार ने भी बिना कोई उचित कदम उठाए दोनों कार्यालय बंद कर दिए।
चौहान ने कहा कि जयराम ठाकुर के सीएम बनने के बाद अब जंजैहली क्षेत्र विशेष हो चुका है। इसलिए सीएम को इस मामले से कोर्ट के आदेश बताकर पल्ला झाड़ने के बजाय आदेशों की समीक्षा के लिए हाइकोर्ट जाना चाहिए। लेकिन, सरकार ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया, जिससे जंजैहली के लोग खफा हैं।
सड़कों पर उतर चुके लोगों के सब्र का बांध टूट रहा है, जिससे स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। चौहान ने कहा कि पूरे मामले में सीएम जयराम ठाकुर से जो चूक और भूल हुई है, उसे वह अब भी सुधार सकते हैं। सीएम को पीछे हटने के बजाए आगे आकर मामले का हल निकालना चाहिए। उन्हें लोगों के गुस्से को हल्के के बजाय गंभीरता से लेना होगा। चौहान ने कांग्रेस पार्टी की तरफ से लोगों से शांति बनाए रखने की मांग की है। उन्होंने कहा कि लोग शांतिपूर्वक तरीके से अपनी हकों की लड़ाई लड़ें। वे कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे कानून व्यवस्था बिगड़े।