शिमला में मंगलवार को डीवाईएफआई (DYFI) ने केंद्र की नीतियों के खिलाफ समरहिल रेलवे स्टेशन पर रेल को रोक कर विरोध प्रदर्शन किया। डीवाईएफआई ने केंद्र पर बेरोजगारों की फौज तैयार करने का आरोप लगाया है। भारत की जनवादी नौजवान सभा डीवाईएफआई ने केंद्र सरकार की जनता विरोधी और भारतीय रेलवे में विनाशकारी नीतियों को लागू करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
डीवाईएफआई शिमला शहर के सचिव कपिल शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद रेलवे मे खाली पड़ें लाखों पदों को समाप्त कर दिया है। नए रोजगार देने के स्थान पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सेवा विस्तार दिया जा रहा है। जिसके चलते युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। साथ ही रेलवे में नई भर्तियां ठेके पर की जा रही हैं।
डीवाईएफआई का आरोप है कि केंद्र ने हैरिटेज रेल लाइनों और स्टेशनों को निजी हाथों में बेचने की मुहिम शुरू की है। मोदी सरकार ने रेलवे में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का निर्णय लिया है। इन सभी नीतियों से आम जनता परेशान है। डीवाईएफआई की मांग है कि भारतीय रेलवे के खाली पड़ें पदों को जल्द भरा जाए। साथ ही रेलवे का निजीकरण बंद किया जाए।