एएसआई रामलाल के बेटे रोहित ठाकुर ने अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। बिलासपुर के रहने वाले रोहित ने शुक्रवार को प्रेस मीट में खुलासा किया कि मंडी में चोरी हुई कारों को रजिस्टर किया जाता है, जिसमें बड़े अधिकारी से लेकर पुलिस कर्मी भी शामिल रह चुके हैं। यही नहीं, रोहित ने अधिकारियों-कर्मचारियों पर नोटबंदी के दौरान भी लाखों के नोट बदलने के आरोप लगाए हैं।
रोहित ने सुनाया वाक्या
रोहित ने बताया कि 2016 में उनके पिता बतौर ASI मंडी शहर में तैनात थे। इस दौरान चोरी की गाड़ियों में फर्जीवाड़े का एक मामला पकड़ा गया, जिसमें कुछ पुलिस के लोग भी शामिल थे। यहां बाहर से गाड़ियों को लाया जाता था और एसडीएम मंडी मदनलाल के कार्यालय के लोग इन्हें रजिस्टर करते थे। इसी संधर्भ में एक हेड कॉन्सटेबल अशोक कुमार भी शामिल था, जिसका रोहित के पिता ने नाम दर्ज किया था।
लेकिन रोहित के पिता ने जब नाम दर्ज किया तो उन्हें सस्पेंड करने तक की धमकी दी गई और जब वे पीछे नहीं हटे तो उच्च अधिकारियों उन्हें केस से हटाने के लिए दस्तावेज से छेड़छाड़ का झूठा केस बनवा दिया और उन्हें वहां से हटा दिया गया। उच्च अधिकारियों में रोहित ने IG मंडी अजय यादव और कई पुलिस कर्मचारियों को घेरे में लिया। साथ ही रोहित ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई और कहा कि इस मामले की जल्द छानवीन की जाए।
रोहित ने बताया कि इस बारे में नैनादेवी से विधायक रणधीर शर्मा ने भी विधानसभा में प्रश्न उठाया था, लेकिन इस बारे में कोई जांच नहीं हुई। यही नहीं, रोहित ने कहा कि नोटबंदी के दौरान भी IG अजय समेत कई अधिकारियों ने फर्जी तरीके से बैंकों के नोट बदलवाए।