कुल्लू के बंजार में शलेरा गांव में बेसहारा पशुओं के लिए बनाए गए गोसदन पर ताला लटका हुआ है। चार फरवरी को इस भवन का उद्घाटन किया गया था, लेकिन 14 दिनों के बाद भी गोसदन में पशुओं को नहीं रखा गया। बता दें कि बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के लिए जिला परिषद द्वारा 14 लाख रुपये की राशि से निर्मित इस भवन का बंजार के विधायक ने उद्घाटन किया था।
बंजार में बेसहारा पशुओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है जो लोगों के लिए परेशानी बनी हुई है। गोसदन बनने के बाद यहां की जनता ने राहत की सांस ली थी लेकिन इतने दिनों के बाद भी इस भवन पर का कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा और पशु खुले में घूम रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यदि शीघ्र इस गोसदन में बेसहारा पशुओं को नहीं रखा गया तो ग्रामीण धरना देने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
चनौन पंचायत के ग्रामीण का कहना है कि बेसहारा पशु नकदी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि बेसहारा पशुओं को गोसदन में रखा जाए, ताकि लोगों को इस समस्या से निजात मिल सके।
खंड विकास अधिकारी बीआर वर्मा ने कहा कि गोसदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए पंचायत के साथ बैठक कर कमेटी का गठन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्दल ही गोसदन बेसहारा पशुओं के लिए सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा।