जयराम सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने रविवार को राह चलती एक एंबुलेंस पर अचानक छापेमारी की। इस दौरान सामने आया कि 108 एंबुलेंस सेवाओं में जो स्वास्थ्य संबंधी सामान रखा जाता है उनमें से एक ही भी चीज़ गाड़ी में मौजूद नहीं थी। इस दौरान मंत्री ने लापरवाही बरतने वाली कंपनी के खिलाफ कड़ा संज्ञान लिया और टेंडर रद्द करने की चेतावनी दी।
मंत्री ने कहा कि विशेष सचिव स्वास्थ्य को दूरभाष से एम्बुलेंस संचालन कम्पनी जीवीके के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस संबंध में दो दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा और कंपनी के टेंडर रद्द करने को कहा। मंत्री ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने पर किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता और वह इसके लिए काफी संवेदनशील हैं।
याद रहे कि सुविधा के अनुसार एंबुलेंस में 31 जैनरिक दवाइयां, ऑक्सिज़न के दो सिलेंडर, 3 स्टेचर आदी होते हैं। लेकिन निरीक्षण के दौरान मौके पर इजेक्शन को छोड़कर और कोई भी दवा या सिलेंडर नहीं था। इस दौरान मंत्री ने कहा कि उन्हें वाहन में 21 औज़ार उपलब्ध रहने की बात बताई गई थी, जबकि ऐसा एक भी उपकरण नहीं।