कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह की बेटी चंपा ठाकुर जो मंडी सदर से पिछले बार कांग्रेस की उम्मीदवार थी उन्होंने मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मंडी के बिजणी स्थित जल शक्ति विभाग के विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश 68 विधायकों में मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा सबसे नाकाम विधायक साबित हुए हैं. चंपा ठाकुर जो जिला परिषद चुनावों में हर बार नए वार्ड से जीत हासिल करने का रिकार्ड कायम कर चुकी हैं व पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष भी रही हैं उन्होंने कहा कि विधायक से ज्यादा काम तो उन्होंने जिला परिषद सदस्य के तौर पर अपने सीमित साधनों से करवा दिए हैं.
इस समय प्रदेश में मंडी जिला के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर हैं, यदि विधायक चाहते तो कई बड़े काम उनसे करवा सकते थे मगर पहले कांग्रेस राज में कहते थे कि वीरभद्र उनकी नहीं सुनते और अब कहते हैं जय राम उनकी नहीं सुनते. चंपा ठाकुर ने हैरानी जताई कि पांच साल तक विधायक गायब रहे, न अपने क्षेत्र में गए, न विधानसभा में मंडी सदर को लेकर कोई सवाल पूछा, न मुख्यमंत्री के समक्ष कोई मुद्दा उठाया, आखिर मंडी की जनता ने उन्हें चुना हैं, कोरोना काल में कई लोग मर गए, कई परिवार दुखी हुए मगर विधायक ने किसी के दुख में शामिल होने या कोई मदद करने की जरूरत नहीं समझी. यहां तक कि जो नौकरियां सरकार दे रही हैं वह भी मंडी में दूसरे विधानसभा क्षेत्र के लोगों को मिल रही हैं, वह कोई सवाल तक नहीं उठा सके.
कांग्रेस नेत्री ने कहा हर वक्त वह अपने सम्मान की बात करते हैं, अपने परिवार की बात करते हैं मगर जिन मतदाताओं ने उन्हें वोट दिए हैं उनके उन्हें कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि जय राम ने तो उन्हें भाजपा में आने व जीतने पर उर्जा मंत्री बना दिया था मगर वह इस विभाग में कुछ नहीं कर पाए. ऊर्जा मंत्री रहते हुए मंडी सदर की थाना पलौन परियोजना के लिए एक भी पैसा नहीं लाए. अनिल शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस नेत्री ने कहा कि यह सब तो भविष्य के गर्भ में है, मगर चाहे कुछ भी हो वह इस बार मंडी सदर से चुनाव मैदान में उतरेंगी. मंडी सदर की जनता के लिए उसने काम किए हैं और वह इस बार कोई गलती न करके उन्हें विधानसभा में पहुंचाएगी. उन्होंने अन्य किसी भी दल में जाने को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि राजनीति में सभी विकल्प खुले रहते हैं.