प्रदेश के दो जिलों की स्वास्थ्य सेवाएं संभाल रहे जोनल अस्पताल धर्मशाला इस समय डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है। हालांकि यहां के विधायक और मंत्री किशन कपूर ने सत्ता में आते ही धर्मशाला अस्पताल में खाली पड़े डॉक्टरों के पदों को भरने की बात कही थी। लेकिन डॉक्टरों के खाली पद भरना तो दूर की बात सरकार ने यहां तैनात डॉक्टरों का ही तबादला कर डाला। तबादला भी उन विभागों के डॉक्टरों का किया गया जिनमें पहले से ही एक एक डॉक्टर तैनात थे।
धर्मशाला अस्पताल से एक मात्र गायनी विशेषज्ञ डॉ अनुराग और नेत्र विशेषज्ञ डॉ श्रुति आंनद का तबादला हमीरपुर मेडिकल कॉलेज के लिए कर दिया गया है। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी का सामना धर्मशाला अस्पताल में प्रसव करवाने आने वाली और गर्भवति महिलाओं को हो रही है।
धर्मशाला अस्पताल के लिए कागजों में डॉक्टरों के 37 पद है लेकिन यहां अब मात्र 20 ही डॉक्टर बचे हैं। ऐसे में अस्पताल प्रशासन और सरकार इस अस्पताल में मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं देने में नाकारा साबित हो रही है।
हालांकि इस बारे में अस्पताल के एमएस डॉ दिनेश महाजन ने कहा कि धर्मशाला अस्पताल में डॉक्टरों की तैनाती को लेकर सरकार से कहा गया है और अस्पताल प्रशासन का ये प्रयास है कि यहां आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके।