संधोल में लगातार प्रशासन से बेखौफ, खनन माफिया द्वारा संधोल की खड्डों से दिन रात उठाये जा रहे रेत बजरी से लोग बेहद परेशान है। कई बार शिकायत करने के बावजूद अभी तक इस पर अंकुश नही लग पाया है लिहाजा क्षेत्र की 8 पंचायतों के प्रतिनिधियों ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा है। बक्कर खड्ड को खनन कारोबारियों ने समतल कर दिया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पुलिस सहित डेढ़ दर्जन विभागों के अधिकारियों को इस अवैध धंधे पर नकेल डालने को अधिकृत किया है लेकिन यहां पर पुलिस के अलावा कभी भी कोई अधिकारी दबिश नहीं देता। जिसके चलते ये धंधा आजकल चर्म पर है।
अगर इस अवैध खनन पर अंकुश नही लगाया गया तो केंद्रीय विधालय के बनने वाले भवन पर भी सशंय बना रहेगा। दिन रात चल रहे अवैध खनन से जुड़े कारोबारियों ने बक्कर खड्ड, मसौत खड्ड और झंगी खड्ड पर बने पुलों की नींव खोखली कर दी हैं। जिससे इनके अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है।
संधोल के दतवाड और घनाला के लोगों ने बताया की दिन रात चल रही जेसीबी मशीनों के शोर ने रात में सोना दुर्भर कर दिया है। इसी सिलसिले में विगत वीरवार को अंधेरे में अवैध खनन करते हुए पुलिस प्रभारी बलजीत सिंह की टीम को ग्रामीणों ने सूचित किया।
उन्होंने तुरंत कार्यवाही करते हुए टिप्पर ओर जेसीबी को जब्त कर लिया जिन्हें बाद में 7500 रुपये का जुर्माना कर छोड़ दिया था। बलजीत सिंह ने बताया की अवैध खनन कारोबारियों को बख्शा नहीं जाएगा ।