हिमाचल किसान सभा के जिला सचिव, रामजी दास ने प्रदेश ब जिला मंडी के अन्दर पशुओं में लंपी चर्म रोग अथवा लंपी वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी पर चिंता जताई है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से लंपी वायरस से बचाव के लिए तुरन्त प्रभावी कदम उठाने की मांग की है. और कोविड महामारी की तर्ज पर इस बीमारी पर लगातार निगरानी रखने और हर दिन इसकी रिपोर्टिग सार्वजनिक करने की मांग की है.
ताकि किसान सचेत रह सकें. जनता को जागरूक करने के लिए पशुपालन विभाग के प्रसार प्रकोष्ठ को सक्रिय करते हुए अन्य संचार माध्यमों, प्रचार सामग्री आदि के माध्यम से इस वायरस के प्रति विशेष मुहिम चलाने की मांग की जाती है.
वहीं, बल्ह इकाई के अध्यक्ष प्रेमदास चौधरी ने कहा कि लंपी वायरस की वजह से जिन पशुपालकों के पशु मरे हैं. उन्हें तुरन्त मुआवज़ा दिया जाए अथवा पशु खरीदने के लिए उन्होंने जो कर्ज़ लिया है. उसे माफ किया जाए और पशुओं में टीकाकरण की मुहिम को तेज करने और प्रभावित क्षेत्रों में पशु औषधालयों में लंपी वायरस का टीका और वायरस से रोकथाम की दवाइयों की किट उपलब्ध करवाने की भी मांग की है.
पशुपालन विभाग लंपी को महामारी बता रहा है तो राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण इसे महामारी मानने से आनाकानी कर रहा है. पशु की मौत पर मुआवजा देने की घोषणा तो की लेकिन घोषणा अभी तक भी जमीन पर नहीं उतरी उसे तत्काल लागु किया.