हमीरपुर जिला में फतह करने के बाद कांग्रेस में अब फिर खुलकर गुटबाजी सामने आने लगी है। जानकारी के मुताबिक, यहां कांग्रेस के दो गुट बन चुके हैं, जिनमें से एक विधायक राजेंद्र राणा का है, जबकि दूसरा प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू का। इस बात का खुलासा तब होता है जब सोमवार को हमीरपुर में हुई युवा कांग्रेस की महारैली में निष्कासित हुए नेताओं को मंच पर बोलने का मौका दिया गया और दूसरा ब्लॉक कांग्रेस को रैली की ख़बर तक नहीं थी।
जी हां, विधायक राजेंद्र राणा और राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष की मौजूदमी में यहां निष्कासित नेता प्रोमिला सिंह को मंच पर बोलने का मौका दिया गया और उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष सुक्खू के खिलाफ जोरदार हल्ला बोला। प्रोमिला ने कहा कि हमें बिना नोटिस और एंटी-पार्टी होने के आरोप में निष्कासित कर दिया गया। कांग्रेस किसी के बाप की पार्टी नहीं, जो कोई कुछ भी करेगा, वे हम सहन करेंगे।
वहीं, विधायक राजेंद्र राणा गुट ने प्रोमिला सिंह के इस बयान को सुना, लेकिन किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। यहां तक कि इन नेताओं ने निष्कासित कैंडिडेट को भी मंच पर चढ़ा लिया और मंच पर खुलकर बोलने का मौका दिया। नेताओं के सामने हुए इस वाक्या से साफ होता कि यहां राणा गुट सुक्खू गुट से नाराज चल रहा है, जिसके चलते लोगों निष्कासित को पार्टी के अध्यक्ष के खिलाफ बोलने दिया जा रहा है।
बताया तो ये भी जा रहा है कि राजेंद्र राणा ने अपने बेटे को लोकसभा चुनावों के लिए यहां से लॉन्च करने के लिए ये रैली रखी थी। क्योंकि इस रैली की ख़बर ना तो किसी हमीरपुर के कांग्रेस नेता को थी और ना ही ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष को। इस दौरान राजेंद्र राणा के साथ वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य भी मौजूद थे, जो कि वीरभद्र-सुक्खू वॉर को नए तरीके से उजागर करते नज़र आ रहे हैं।
प्रदेश प्रवक्ता बोले होगी जांच
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यदि इस तरह कोई भी घटना हुई है तो उसे कांग्रेस सख़्ती से लेगी और यदि ऐसा कुछ हुआ होगा तो उसपर कार्रवाई की जाएगी।