कृषि क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश ने एक ओर उपलब्धि अपने नाम की है। खाद्यान उत्पादन में सराहनीय वृद्धि के लिए हिमाचल प्रदेश को वर्ष 2015-16 के लिए कृषि कर्मण्य पुरस्कार प्रदान किया गया है। इस पुरस्कार को प्रदेश के कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने दिल्ली में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से प्राप्त किया।
पुरस्कार में एक ट्राफी, प्रशस्ति पत्र और 5 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी गई है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के दो प्रगतिशील किसानों जिनमें एक महिला किसान भी हैं को भी पुरस्कृत किया गया। प्रदेश में पिछले पांच वर्षों में कुल उत्पादन 14.94 लाख टन से 16.40 लाख टन हो गया है। इसके अलावा विभाग ने पॉलीहाउस खेती, फसल विविधिकरण, सूक्ष्म सिंचाई, जैविक खेती और मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए भी सराहनीय कार्य किया है।
कृषि कर्मण्य पुरस्कार वर्ष 2010-11 से कृषि मंत्रालय द्वारा धान, गेहूं, मोटे अनाज, दालों, और कुल खाद्यान के उत्पादन में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों को पुरस्कृत करने के लिए शुरू किया गया है। इससे पहले भी कृषि विभाग को साल 2011-12 में गेहूं की उत्पादकता बढ़ाने के लिए और साल 2014-15 में खाद्यान उत्पादन में सराहनीय बढ़ोतरी के लिए कृषि कर्मण्य पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।