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कैबिनेट फैसले पर उठने लगे विरोधी स्वर, सीमेंट का कारखाना न लगाने की मांग

पी. चंद |

हिमाचल प्रदेश की कैबिनेट बैठक में नौहराधार में वाइट सीमेंट लगाने के फैसले के विरोध में अभी से स्वर उठने शुरू हो गए हैं। बुधवार को जिला मुख्यालय नाहन में निजी भूमि और पर्यावरण बचाव समिति नौहराधार के सदस्यों ने उपायुक्त सिरमौर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कारखाने को स्थापित ना करने की मांग रखी है।

निजी भूमि और पर्यावरण बचाव समिति के प्रधान दलीप सिंह ने कहा कि सरकार यह जो कारखाना लगाने की सोच रही वे नौहराधार के स्थानीय निवासियों के हित में नहीं। कारखाने की वजह से लगभग 120 परिवार व्यस्थापित होंगे, ऐसे में कारखाने में कोई भी काम करना नहीं चाहेगा। ये स्थान एक सेंचुरी एरिये के तहत आता है, ऐसे में सरकार यंहा कारखाना कैसे स्थापित कर सकती है।

वहीं, निजी भूमि व पर्यावरण बचाव समिति के उप्रधान जीवन सिंह ने कहा कि नौहराधार का क्षेत्र पहाड़ी वनों से हरभरा क्षेत्र है। यहां कारखाना लगने से पर्यावरण में बदलाव हो जाएगा। याद रहे कि कैबिनेट बैठक में सरकार ने नौहराधार में वाइट सीमेंट प्लांट लगाने पर मंजूरी थी।