जयराम के बजट सत्र से प्रदेश के किसान ख़ासे नाराज नज़र आ रहे हैं। इसी कड़ी में अब किसानों ने 3 अप्रैल को विधानसभा का घेराव करने का निर्णय लिया है। गुरुवार को हिमाचल किसान सभा के राज्य अध्यक्ष कुलदीप सिंह तंवर ने कई जगहों पर बैठकें की और कहा कि किसान 5 मुद्दों को लेकर विधानसभा का घेराव करेगी।
जमीनों से किसानों की बेदखली, जंगली जनवरो की समस्या ,आवारा नकारा पशुओं का प्रबन्धन, मनरेगा को सही ढंग से लागू करना , दूध का 30 रुपए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करना ये सब मुख्य मांगें रहेंगी। ये मुद्दे हर गांव, हर घर औऱ हर किसान को किसी न किसी रूप में प्रभावित कर रहे हैं, जिसके चलते किसान विधानसभा का घेराव कर सरकार पर इनपर हल निकालने की मांग करेगी। लोगों ने भी आश्वासन दिलाया कि हर घर से कोई ने कोई जरूर विधानसभा पहुंचेगा।
एक अन्य व्यक्ति गुलाब सिंह ने कहा कि पिछले 70 सालों से सरकारें आती जाती रही हैं, लेकिन किसानों की दशा बदतर ही हुई है। क्योंकि किसानों को इकट्ठा नहीं होने दिया जाता, उन्हें बांटने और भ्रमित करने की कोशिशें की जाती हैं। इसलिए आज देश के कोने कोने से किसानों के एकजुट होकर अपने हकों की लड़ाई लड़ रहा है। हमें भी सीख लेने की जरूरत है कि हर गांव, हर किसान को किसान सभा मे जोड़ें तथा अपनी मांगों के लिये संघर्ष करें।