7 राज्यों की 26 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। लेकिन, उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर क्रॉस वोटिंग ने सबका ध्यान खींच लिया है। राज्यसभा के इस चुनावी घमासान में बीएसपी सुप्रीमो मायावती को तगड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी के विधायक अनिल सिंह ने वोटिंग से पहले मीडिया से बातचीत में अपना मत बीजेपी को देने का ऐलान कर दिया। उन्होंने खुलेआम कहा कि मैं अंतरआत्मा की आवाज पर वोट करूंगा और मैं महाराज जी (योगी आदित्यनाथ) के साथ हूं। माना जा रहा है कि उन्नाव की पुरवा सीट से विधायक अनिल सिंह के साथ ही क्रॉस वोटिंग की पहली शुरुआत हुई है।
अनिल सिंह के पहले ही बीजेपी के साथ जाने के आसार दिखाई दे रहे थे। गुरुवार को बीएसपी की डिनर पार्टी में शामिल होने के बाद वह सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले थे। बीएसपी के कुल 17 विधायकों ने राज्यसभा की एक सीट के लिए अपने वोट डाल दिए हैं। इनमें आजमगढ़ की सगड़ी सीट की विधायक वंदना सिंह का वोट भी शामिल है, जिनका कल शाम तक बीजेपी में जाने की अटकलें लग रही थीं।
गठबंधन को साधने में जुटे एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव
विधानसभा में जारी वोटिंग के बीच समाजवादी पार्टी की ओर से पहला वोट पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने डाला है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने राम गोविंद चौधरी समेत कई विपक्षी विधायकों के वोट को बीएसपी के लिए आरक्षित किया है। समाजवादी पार्टी के भी 30 से ज्यादा विधायक अपना वोट डाल चुके हैं। बताया जा रहा है कि बीएसपी के लिए सपा के 10 वोट डाले गए हैं।
कहा जा रहा है कि इस फैसले से समाजवादी पार्टी गठबंधन के धर्म को लेकर एक खास संदेश देना चाहते हैं, जिसके लिए वरिष्ठ विधायकों के वोट बीएसपी प्रत्याशी के लिए आवंटित किये गए हैं। वहीं दूसरी ओर विधायकों की निष्ठा पर आश्वसत एसपी महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा है कि एसपी का कोई भी विधायक राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग नहीं करेगा। अगर कॉस वोटिंग की स्थिति बनती है तो बीजेपी के लोग एसपी के लिए वोट करेंगे।
कांग्रेस विधायकों ने एक साथ डाले वोट
कांग्रेस पार्टी के भी सात विधायकों ने विधानसभा में हुई वोटिंग में अपना मतदान किया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेसी विधायकों ने एक साथ बीएसपी के प्रत्याशी के समर्थन में वोटिंग की है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की तरफ से बीएसपी के लिए 7 वोट पड़े हैं।