फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में क्षेत्र का पहला ओसीटी निर्देशित पीसीआई करके एक और उपलब्धि हासिल की है। कार्डियोलाॅजिस्ट डॉ अतित ग्वालकर ने ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी (ओसीटी) के तीन मामलों का प्रदर्शन किया। यह तकनीक रेशेदार, लिपिड युक्त या कैल्सीफाइड ब्लाॅकेज का पता लगाने में बहुत ज्यादा मददगार होती है। यह एक आधुनिक तकनीक है, जिसकी मदद से कहां और किस प्रकार की ब्लाॅकेज है, इसका पता लगाकर उसका ट्रिटमेंट बहुत ही सरल हो जाता है और मरीज भी अतिशीघ्र रिकवर करता है।
डॉ. अतित ने कहा कि फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में कार्डिलाजी विभाग एक वर्ष से अधिक समय से इमेजिंग मार्गदर्शन का उपयोग करके अधिकांश एंजियोप्लास्टी कर रहा है। इस तकनीक से अब तक सैकड़ों मरीज लाभान्वित हो चुके हैं। अब आगे की प्रगति के रूप में हमने ओसीटी निर्देशित पीसीआई का प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। ओसीटी कोरोनरी स्टेनोसिस का विस्तृत विश्लेषण प्रदान करता है। यह स्टेंट के इष्टतम प्लेसमेंट में भी मार्गदर्शन करता है, जिसके परिणामस्वरूप रोगी भविष्य में ह्रदय रोगों से बचा रहता है। हाल ही में संपन्न हुए सीएमई (मेडिकल एजुकेशन सेशन) में कांगड़ा और धर्मशाला के विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों के सामने इन मामलों का प्रदर्शन भी किया गया।
चिकित्सा निदेशक कर्नल डॉ. एसएस परमार ने कहा कि फोर्टिस कांगड़ा क्षेत्र के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए सक्रिय रूप से बेहतर तकनीकें ला रहा है। उन्होंने कहा कि फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में सभी विभागों में बेहतरीन चिकित्सक एवं आधुनिक तकनीक के साथ उपचार हो रहा है, जिसका लाभ आसपड़ोस तथा समस्त क्षेत्र के लोगों को मिल रहा है। अस्पताल में भूतपूर्व सैनिकों (ईसीएचएस लाभार्थियों) और हिमकेयर लाभार्थियों सहित सभी लोगों को समान रूप से अत्याधुनिक सेवाएं प्रदान की जाती हैं।