प्रदेश में सरकार बदलते ही कर्मचारी और पेंशनर महासंघ की कमान लेने के लिए बीजेपी समर्थित नेताओं की लोंबिंग शुरू हो गई है। अपने समय में कर्मचारी नेता रहे विवादित नेता गोपाल दास वर्मा ने अब पेंशनरों के हितों को उठाने की तान छेड़ दी है। हिमाचल प्रदेश सर्व कर्मचारी पेंशनर, श्रमिक युवा सयुंक्त मोर्चा के बैनर तले गोपाल दास वर्मा ने पिछले पेंशनर कर्मचारी महासंघ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
गोपाल दास वर्मा ने आरोप लगाया है कि वीरभद्र सरकार के दौरान पेंशनर महासंघ ने पेंशनरों के लिए कुछ नहीं किया। उल्टा पेन्सनरो से चंदा इक्कठा कर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए पैसा जुटाया बदले में पूर्व मुख्यमंत्री ने एक भी मांग पूरी नहीं की।
गोपाल दास ने कहा कि अब सरकार बदल चुकी है और सरकार बदलते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पेंशनरों के हित में कई फैसले लिए। अब कांग्रेस बीजेपी सरकार पर कर्ज लेकर सरकार चलाने का आरोप लगा रही है। जो तथ्यहीन है क्योंकि सरकार ने कर्मचारियों एवं पेंशनरों को वित्तिय लाभ देने के लिए कर्ज लिया है।