ऊना में पिछले 16 सालों से जमीन के एक मामले में हुई कथित धोखाधड़ी में न्याय न मिलने पर कोटला निवासी 70 वर्षीय जगजीत सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आत्मदाह की अनुमति मांगी है। जगतीत सिंह ने कहा कि वह कोटला गांव का रहने वाला है और पिछले लंबे अरसे से न्याय के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहा है लेकिन आज दिन तक उसे न्याय नहीं मिला पाया है।
जिससे परेशान होकर पीड़ित ने अब आत्मदाह करने की ठान ली है। जगजीत सिंह ने कहा की वर्ष 2002 में उन्होंने 14 कनाल भूमि की खरीद की। जिसके लिए उसको इकरारनामा लिखित में दिया गया। उसी दिन ही उसने तकसीम कागजाद करने का प्रार्थना पत्र भी तहसीलदार कार्यालय में दे दिया। लेकिन भू माफिया ने तत्कालीन तहसीलदार से सांठ गांठ करके उसकी गैर हाजिरी में इंतकाल का फैसला करवा लिया और अपने नाम पर जमीन कर उसके साथ धोखाधड़ी की गई।
वर्ष 2002 से वह कोर्ट में उलझा हुआ है। उसके पास न तो जमीन रही और न ही उसे पैसे मिले। किसी भी स्तर पर मेरी सुनवाई नहीं की गई। जिससे वह और उनका परिवार मानिसक रूप से भी परेशान है। जगजीत ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी भी भू माफिया के ईशारों पर काम कर रहे हैं।