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नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बाढ़ग्रस्त भुंतर का किया निरीक्षण, प्रभावितों से मिले

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कुल्लू: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए भुंतर पहुंचे। जायज़ा लेने के साथ ही वह बाढ़ प्रभावितों से मिले और उन्हें हर संभव मदद देने का भरोसा दिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भुंतर में भी बारिश की वजह से भारी तबाही हुई है। लोगों के मकान, दुकान और फसलों को बहुत नुक़सान हुआ है। बहुत लोगों का पूरा घर बह गया है। लोगों के घरों में अभी भी मलबा भरा हुआ है, जिसके कारण उन्हें अपना घर छोड़ कर अन्य जगहों पर शरण लेनी पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों को त्वरित सहायता नहीं दे पा रही है। जिनके घर पूरी तरह से टूट गये हैं, उन्हें टेंट तक नहीं मिल पा रहा है। लोग सड़कों पर खाना बनाने को मजबूर हैं। इतनी मेहनत कर बसाई गृहस्थी का इस तरह बर्बाद होना अत्यंत पीड़ादायक है। हम हर प्रदेश वासी के साथ दृढ़ता से खड़े हैं। सरकार सबसे पहले बाढ़ प्रभावितों की मूलभूत आवश्यकताओं का प्रबंध करें।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि संकट की इस घड़ी में वह प्रदेश सरकार के साथ है और केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग मिल रहा है। एनडीआरएफ़ और वायु सेना के जवान अपने जान की परवाह किए बिना लोगों को निकालने में तत्पर हैं। कई जगहों से लोगों को रेस्क्यू कर लि गया है। उन्होंने कहा कि इसके बाद वह मनाली और अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाएंगे। इसके बाद वह पूरे प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे। इस मौक़े पर उनके साथ बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी, बीजेपी ज़िलाध्यक्ष भीमसेन, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, नगर पंचायत के अध्यक्ष मीना कुमारी आदि उपस्थित रहे।

मूलभूत सुविधाएं बहाल करे सरकार

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंडी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से उन्होंने अपना दौरा शुरूकिया था। इसके बाद सुंदर नगर, पड्डल, थुनाग, पंडोह और द्रंग भी गया। कुल्लू में सैंज़ जाने की कोशिश की लेकिन रास्ते बंद होने की वजह से वहां तक नहीं पहुंच पाया। सभी जगह पर एक जैसा हाल है। पूरे प्रदेश में भारी क्षति हुई है। लोगों के घर बह गये, सिर छुपाने की जगह नहीं हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ज़्यादातर इलाक़ों में अभी तक कम्युनिकेशन की सुविधाएं तक बहाल नहीं हो पाई। लोगों को अपने। लोगों के बारे में पता ही नहीं चल रहा पा रहा है। बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई हैं। कई ऐसे गांव हैं जहां तक प्रशासन अभी पहुंचा ही नहीं हैं। वहां राशन की भी क़िल्लत हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि प्रभावित लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा मदद मिले। जिससे आसानी से उनका पुनर्वास हो सके।

आप लोगों के हिम्मत और धैर्य से पटरी पर लौटेगी ज़िंदगी

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रदेश के लोगों ने बहुत धैर्य और हिम्मत से काम लिया। इस कारण ज़िंदगी धीरे-धीरे पटरी पर आ रही हैं। इतनी बड़ी आपदा में इस तरह का साहस और धैर्य दिखाने के लिये लोग साधुवाद के पात्र हैं। नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश वासियों से अभी भी एहतियात बरतने की सलाह दी और नदी नालों से दूर रहने का निवेदन किया।