मंडी: बेहाल हिमाचल में मंगलवार को भी विश्व विख्यात पर्यटन स्थल कुल्लू मनाली शेष विश्व से कटी रही। इलाके में लगातार बारिश हो रही है। हालांकि मंगलवार को दिन के समय बारिश नहीं हुई मगर सुबह 7 बजे ही मंडी पंडोह के बीच 6 मील के पास एक बार फिर से भारी चट्टानें सड़क पर आ जाने से यह मार्ग बंद हो गया। पूरा दिन यह मार्ग बंद रहा और इसे बड़ी मशक्कत के बाद शाम को 5 बजे ही खोला जा सका।
इससे पहले इसी बीती रात को बड़ी मशक्कत के बाद खोला गया था मगर फिर से फोरलेन के लिए की जा रही कटिंग वाली पहाड़ी से भारी भूस्खलन हो गया और मार्ग बंद हो गया। इसके साथ ही कुल्लू मनाली जाने के लिए जो वैकल्पिक मार्ग वाया कटौला कांडी है वह भी आइआइटी कमांद के पास घोड़ा फार्म में भारी चट्टानें आने से बंद हो गया। पुलिस ने मंडी पंडोह मार्ग पर बिंदरावणी के पास बैरियर लगाकर सभी वाहनों को आगे जाने से रोक दिया क्योंकि कुछ छोटे वाहन चालक जबरदस्ती आगे जाकर खतरा मोल रहे हैं। पुलिस ने आगे जाने वालों के लिए पूरी तरह से यहां पर नाकाबंदी कर दी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडी सागर चंद ने बताया कि मंडी पंडोह नेशनल हाइवे पर 6 मील में फिर से चट्टानें, पत्थर व मलबा आने आने से यह मार्ग बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि यह मार्ग बेहद खतरनाक बन चुका है। 70 से 80 डिग्री की ढलान पर पत्थर अटके हुए हैं जो बार बार गिर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले वैकल्पिक मार्ग वाया कटौला को खोला जाएगा ताकि जरूरी वाहनों को वहां से होकर भेजा जाए। इसके लिए वन वे टे्फिक का इंतजाम किया जा रहा है ताकि जाम न लगे। यह व्यवस्था तब तक रहेगी जब तक नेशनल हाइवे सही तरीके से बहाल नहीं हो जाता।
उन्होंने यह भी कहा कि वाया चैलचौक गोहर होकर जो कुल्लू मनाली के लिए मार्ग चल रहा है उसमें वोल्वो बसें, 6 टायर से ज्यादा वाले तथा ट्रॉली वाले ट्रैक्टर नहीं चलेंगे। मंडी कुल्लू मार्ग बंद होने से प्रदेश की लाइफ लाइन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। बरसात यौवन पर है और खतरा बरकरार है। लेह लदाख व लाहुल के लिए जा रही जरूरी वस्तुओं की सप्लाई भी बुरी तरह से बाधित हुई है। ऐसे में एक बड़ी चुनौती सरकार, प्रशासन व पुलिस के लिए बनी हुई है।