पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के समय में हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एचपीपीएससी) में सदस्य बनाई गईं मीरा वालिया की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई प्रदेश हाईकोर्ट में 24 अप्रैल तक के लिए टल गई। याचिकाकर्ता हेमराज ने आरोप लगाया है कि मीरा वालिया भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हैं।
प्रार्थी हेम राज द्वारा दायर याचिका कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और अजय मोहन गोएल की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई के लिए रखी गई थी। प्रार्थी ने आरोप लगाया है कि मीरा वालिया पर आय से अधिक संपत्ति व भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप लग चुके हैं। इसे लेकर उनके खिलाफ 22 मई 2008 को एफआइआर भी दर्ज हुई और विशेष जज शिमला की अदालत के समक्ष चालान पेश किया गया था।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि कानून के सारे प्रावधानों को दरकिनार रखते हुए मीरा वालिया की नियुक्ति की गई है। ऐसे संघ में इस तरह के उम्मीदवार को लगाना न्यायोचित नहीं है। मीरा वालिया की नियुक्ति करने के लिए कानूनी प्रक्रिया नहीं अपनाई गई।