प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तैनात 2630 एसएमसी शिक्षकों को सरकार से एक्सटेंशन नहीं मिली है, ऐसे में इन शिक्षकों की नौकरी पर खतरे की तलवार लटकती नजर आ रही है। शिक्षको को एक्सटैंशन नहीं मिलने के चलते राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित पहली से जमा दो कक्षा वाले 108 सरकारी स्कूलों में दो अप्रैल से ताले लटकने की नौबत आ गई है।
31 मार्च को इन शिक्षकों की सेवाएं समाप्त हो गई हैं। समर वैकेशन स्कूलों में 31 मार्च को एसएमसी शिक्षकों की सेवाएं समाप्त हो गई हैं जबकि विंटर वैकेशन स्कूलों में 13 फरवरी को उक्त शिक्षकों का सेवाकाल समाप्त हो गया था।
हालांकि इस दौरान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से उनका सेवाकाल एक साल बढ़ाने का आग्रह भी किया था लेकिन, अभी तक सरकार ने इनके सेवाकाल बढ़ाने संबंधी कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं। हाल ही में हुई कैबिनेट की मीटिंग में शिक्षकों को उम्मीद थी कि सरकार उन्हें एक साल का सेवा विस्तार देगी लेकिन इस दौरान ये मुद्दा कैबिनेट में नहीं लाया गया।
कैबिनेट बैठक में हैं आसार
2 अप्रैल को प्रस्तावित मंत्रिमंडल की बैठक में एसएमसी शिक्षकों को सेवा विस्तार मिलने के आसार हैं। विधानसभा में सरकार ने एसएमसी शिक्षकों के लिए नीति बनाने की घोषणा की है। ऐसे में संभावित है कि 2 अप्रैल की बैठक में शिक्षकों को सेवा विस्तार देते हुए आगामी दिनों में नीति पर भी फैसला होगा।