किन्नौर कैलाश यात्रा को जिला किन्नौर प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर 31 अगस्त को बंद कर दिया है। इसके बावजूद लोग चोरी-छिपे यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। शनिवार को बिना मंजूरी किन्नौर कैलाश के लिए 21 सदस्यीय दल रवाना हुआ।
इसमें से दिल्ली निवासी एक युवक की पार्वती कुंड के पास ऑक्सीजन की कमी के कारण रविवार को मौत हो गई। सोमवार को क्यूआरटी, होमगार्ड और पुलिस की टीम ने शव निकाला।
वहीं अन्य 20 लोगों को रिकांगपिओ लाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक रिकांगपिओ से 21 श्रद्धालुओं का दल चोरी-छिपे किन्नौर कैलाश यात्रा पर निकल गया। इस दल में दिल्ली, महाराष्ट्र, मुंबई, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार और नाहन के युवक शामिल थे, जो रिकांगपिओ में मिले और यात्रा पर निकल गए। शनिवार को यह दल गणेश पार्क में रुका और रविवार को अगली चढ़ाई शुरू की।
पोवारी से करीब पांच किलोमीटर दूर पार्वती कुंड के पास दिल्ली के एक युवक की तबीयत बिगड़ी और वह यहीं रुक गया, जबकि उसके साथ में आए सभी लोग आगे चले गए। पार्वती कुंड के पास उक्त युवक की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई।
मृतक की पहचान चंदन (28) पुत्र विष्णु देव, निवासी सी-21, पांडव नगर, अक्षरधाम, दिल्ली के रूप में हुई है। मामले की सूचना जिला प्रशासन और पुलिस को रविवार देर शाम मिली। क्यूआरटी दल रात आठ बजे घटनास्थल की ओर रवाना हुआ।
सोमवार सुबह क्यूआरटी प्रभारी राकेश कुमार नेगी की अगुवाई में 12 पुलिस और नौ होमगार्ड जवानों ने पार्वती कुंड के समीप रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर शव को घटनास्थल से बाहर निकाला।
एसपी किन्नौर विवेक चहल ने बताया कि यात्रा पर गए एक युवक की मौत हो गई है। वहीं यात्रा पर निकले अन्य 20 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। गौर हो कि यह यात्रा 16 अगस्त से शुरू हुई थी और आधिकारिक तौर पर 31 अगस्त को बंद हो गई थी।