टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा धर्मशाला के उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया इसकी अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष रमेश बराड़ तथा सीएमओ डा सुशील शर्मा द्वारा की गई। इस अवसर पर सीएमओ डा सुशील शर्मा ने कहा कि कांगड़ा जिला की प्रत्येक ग्राम पंचायत को 2025 टीबी मुक्त बनाने के लिए अभियान आरंभ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त पंचायत के लक्ष्य को धरातल पर उतारने के लिए पंचायती राज विभाग और स्वास्थ्य एवं परिवार विभाग के आपसी समन्वय के साथ कार्य करेंगे। टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को साकार करने के लिए सामुदायिक भागीदारी महत्वपूर्ण है। इसी के दृष्टिगत पंचायत स्तर पर टीबी चैंपियनस की पहचान की गई और उन्हें टीबी रोग के जागरूकता हेतु संवेदनशील बनाया गया है।
इस अवसर जिला टीबी अधिकारी डॉ आरके सूद ने कहा कि कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत प्रत्येक क्षय रोग इकाई द्वारा ग्राम पंचायतों तथा वार्ड स्तर पर डाटा एकत्रित करने तथा लोगों को जागरूक किया जाएगा और 10-12 सदस्यों का एक व्यक्ति सहायता समूह (पीएसजी) बनाया जाएगा जिसमें स्थानीय स्तर पर प्रधान, उपप्रधान, पंचायत सचिव, चिकित्सा अधिकारी, टीबी चैंपियन, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी , आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, , धार्मिक समूह, स्वयंसेवी संगठन और अन्य प्रभावशाली सदस्य शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत टीबी के मामले का पता लगाना- सक्रिय और निष्क्रिय (टीबी के बाद, कोविड के बाद और अन्य कमजोर समूहों की जानकारी भी एकत्रित की जाएगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि समुदाय को टीबी के विभिन्न पहलुओं जैसे-लक्षण, रोकथाम, भ्रांतियों को दूर करना, उपचार का पालन, जांच और उपलब्ध उपचार सुविधाओं समेत टीबी रोगियों के लिए सरकार द्वारा प्रदान किये जाने वाले विभिन्न लाभों के बारे में जागरूक किया जाएगा। इस प्रक्रिया के तहत खंड विकास अधिकारी ब्लॉक स्तर पर टीबी मुक्त पंचायत के लिए सभी पात्र ग्राम पंचायतों के दावों को सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ जिला क्षय रोग अधिकारी को सत्यापन के लिए भेजेंगे।
इसमें टीबी मुक्त पंचायत की स्थिति के लिए उपयुक्त मिलने वाली ग्राम पंचायतों की सत्यापित सूची जिला टीबी टीम जिलाधिकारी को भेजेगी। इसी के आधार पर हर साल विश्व क्षय रोग दिवस (24 मार्च) पर जिलाधिकारी योग्य ग्राम पंचायतों को एक साल की वैधता के साथ टीबी मुक्त पंचायत का प्रमाण पत्र जारी करेंगे।