दलितों को लेकर देश की सियासत उफान पर है। दलित समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के विरोध में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी उपवास पर हैं। राहुल गांधी दिल्ली स्थित राजघाट पर एक दिन के सांकेतिक उपवास पर बैठे हैं। हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस के कार्यकर्ता उपवास रखे हुए है। राजघाट पर राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के सीनियर लीडर मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, शीला दीक्षित और अजय माकन समेत तमाम नेता उपवास पर बैठे हैं।
फास्ट नहीं, राहुल की फास्ट-ट्रैक राजनीति!
राहुल गांधी ने फास्ट (उपवास) रखने पर बीजेपी ने तीखा हमला बोला है। मीडिया के एक सवाल पर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी फास्ट नहीं बल्कि समाज को बांटने के लिए फास्ट-ट्रैक राजनीति कर रहे हैं। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस का दलित प्रेम सिर्फ दिखावा है। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में बाबासाहेब अंबेडकर को भारत रत्न नहीं दिया।
टाइटलर-सज्जन कुमार के पहुंचने पर विवाद
राहुल गांधी के राजघाट पहुंचने से पहले ही जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार के पहुंचने पर विवाद हो गया। राहुल गांधी के आने से पहले ही कांग्रेसी नेता टाइटलर और सज्जन कुमार को वापस भेज दिया गया। 1984 के सिख दंगों में आरोपी जगदीश टाइटल और सज्जन कुमार को लेकर पार्टी कोई नया बखेड़ा मोल नहीं लेना चाह रही थी।
Sources say JD Tytler & Sajjan Kumar were asked to leave Rajghat, where the Congress party is staging a protest and hunger strike over atrocities on Dalits. #Delhi pic.twitter.com/HDlodke0GJ
— ANI (@ANI) April 9, 2018
बीजेपी ने इस विवाद को हाथों-हाथ ले लिया है। बीजेपी ने कहा कि जिस तरह से 1984 में सिखों का क़त्लेआम हुआ, उनके आरोपी लोग शांति दूत महात्मा गांधी के स्थल पर बैठ रहे हैं।
मोदी सरकार तोड़ रही है समाज: सुरजेवाला
बीजेपी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार में सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारा खतरे में है। सुरजेवाला ने आरोप लगाए कि बीजेपी समाज को बांटना चाहती है। ऐसे में कांग्रेस का यह कर्तव्य है कि वो इसके खिलाफ आवाज उठाए और संघर्ष करे।