प्रधानमंत्री की गारंटियों के हर हाल में पूरी होने की गारंटी होती है: जयराम ठाकुर
प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र से कृषि की लागत घटेगी और उत्पादन बढ़ेगा: जयराम ठाकुर
25 हज़ार “प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र” से लोगों को मिलेगी 50 से 90 फ़ीसदी तक सस्ती दवाएं: जयराम ठाकुर
शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत का संकल्प निर्धारित समय में पूरा होगा क्योंकि प्रधानमंत्री के सभी लक्ष्य तय समय में पूरे होते हैं। लक्ष्य पूरे होने का कारण प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता और हर लक्ष्य को हासिल करने के लिए की गई उनकी प्लानिंग है। प्रधानमंत्री द्वारा दी गई सभी गारंटियों के पूरी होने की पूरी गारंटी है। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री के सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामया के ध्येय से किए जा रहे काम का लाभ आज पूरे देश को मिल रहा है। प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि भारत में सभी लोग स्वस्थ्य, सुखी और खुशहाल हों। इसके लिए सरकार द्वारा देश के 140 करोड़ लोगों के लिए योजनाएं चलाई गई। समाज के हर वंचित वर्ग का ध्यान रखा गया, जिससे विकास की दौड़ में कोई पीछे न रह जाए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपना दायित्व सम्भालते ही देश के वंचितों के लिए काम करना शुरू किया। किसानों और वंचितों के लिए योजनाएं चलाई। सस्ती दवा से लेकर निःशुल्क इलाज की व्यवस्था दी। आज सिर्फ़ आयुष्मान भारत से 60 करोड़ लोगों को पांच लाख रुपए के निःशुल्क इलाज की सुविधा प्राप्त है।
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के माध्यम से लोगों को 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती दवाएं मिल रही है।हृदय रोग के पीड़ितों को लगने वाले लाखों रुपये के स्टंट की क़ीमतें प्रधानमंत्री निर्देश पर कई गुना कम की गई। जो अब आम आदमी की पहुंच में हैं। नेता प्रतिपक्ष ने देश भर में 15 हज़ार नए जन औषधि केंद्र खोलने के लिए प्रधानमंत्री का हृदय से आभार जताया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पहले से देश में दस हज़ार प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र चल रहे थे, अब इनकी संख्या 25 हज़ार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जन औषधि में 12 से 15 हज़ार मूल्य की दवाओं के लिये आम लोगों को 2 से 3 हज़ार खर्च करने पड़ेंगे, आम आदमी के लिए यह बहुत बड़ी राहत है।
नेता प्रतिपक्ष ने ‘प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र’ की शुरुआत करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि ड्रोन केंद्र से महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को उपलब्ध करवाए गए ड्रोन से मातृशक्ति की आजीविका के साधन बढ़ेंगे। कृषि में ड्रोन तकनीकी के प्रयोग से किसानों की लागत कम होगी और उत्पादन में वृद्धि होगी। इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।