धर्मशाला शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भाजपा के तेवर तल्ख नजर आए. सत्र के चौथे दिन भाजपा ने दूसरी बार सदन से वॉकआउट किया. सदन के भीतर मुख्यमंत्री के भाजपा के विरोध प्रदर्शन को लेकर दिए गए वक्तव्य पर, विपक्ष के विधायकों ने विरोध जताया.
जिसके बाद हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विपक्ष के विधायक सदन से दुसरी बार बाहर आए. इस दौरान सदन के बाहर भी भाजपा विधायकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार को महिला विरोधी सरकार करार दिया.
भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने बताया कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार महिला विरोधी सरकार है. रणधीर शर्मा ने कहा कि सदन के अंदर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा के खिलाफ गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों ने कांग्रेस सरकार की रोजगार देने की गारंटी को लेकर सांकेतिक डिग्रियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.
जिसको लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि डिग्रियां फ्रॉड है. रणधीर शर्मा ने कहा कि सीएम सुक्खू को समझना चाहिए कि प्रदर्शन सांकेतिक होते हैं. ऐसे में सांकेतिक डिग्रियां जलाकर विरोध दर्ज कराया गया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सदन के भीतर मुख्यमंत्री ने कहा कि कल को भाजपा के विधायक साड़ियां और चूड़ियां पहनकर भी विधानसभा आ सकते हैं.
जो सरासर नारी शक्ति का अपमान है . उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा वाले भले ही पाश्चात्य वस्त्र परंपराओं को मानते हो. लेकिन देश में साड़ियां और चूड़ियां देवियों का पहनावा है. जिसका मुख्यमंत्री ने अपमान किया है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे में विपक्ष इसका पूरी तरह से विरोध करता है. जिसके लिए भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया.