हिमाचल दर्शन कर बोले खखरयाना पाठशाला के बच्चे व अध्यापक ,,अद्भुत,,
मंडी: बल्ह विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले पहाड़ी इलाके में आने वाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला की छठी कक्षा से आठवीं कक्षा तक के 42 विद्यार्थियों व 5 शिक्षकों ने शैक्षणिक भ्रमण के दौरान मंडी स्थित हिमाचल दर्शन फोटो गैलरी के भ्रमण के बाद की अपनी टिप्पणी कहा ,,अद्भुत,,। कहा यह एक ऐसा स्थान बन गया है जहां हम एक छत्त के नीचे संपूर्ण हिमाचल प्रदेश को न केवल देख ही सकते हैं बल्कि महसूस भी कर सकते हैं। बीरबल शर्मा को साधुवाद। इन विद्यार्थियों ने फोटो गैलरी में लगे नए पुराने चित्रों में बेहद दिलचस्पी दिखाई।
विद्यार्थी व शिक्षक जहां प्रदेश के प्राचीन मंदिरों, कुदरती झील झरनों, लोक नृत्यों, मेले त्यौहारों, पारंपरिक वेशभूषा व आभूषणों व प्राकृतिक सौंदर्य को एक ही जगह देखकर अपने को रोमांचित महसूस किया वहीं मंडी व प्रदेश के कई जगहों के सौ साल पुराने चित्रों को देख कर आश्चर्य चकित भी हुए। विद्यार्थी तारा सेन ठाकुर द्वारा संकलित जंगली खाद्य फल सब्जियां व जड़ी बूटियों को देख कर तथा उनसे बनने वाले व्यंजनों एवं उनकी उपयोगिता को दर्शाते छाया चित्रों को देख कर खूब रोमांचित हुए। यही नहीं बुजुर्ग जो पहले रोजाना जिन वस्तुओं का प्रयोग करते थे जो अब आधुनिक युग में अप्रासंगिक हो गई हैं पर आधारित म्युजिम को देख कर बच्चे बेहद प्रभावित हुए। इस मौके पर फोटो गैलरी के प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने विद्यार्थियों व शिक्षकों को चित्रों के बारे में विस्तार से बताया। प्राचीन बरसेलों को लेकर भी विद्यार्थियों की उत्सुकता देखते ही बनती थी।
इधर, फोटो गैलरी के संस्थापक एवं छायाकार बीरबल शर्मा ने बताया कि बीते एक सप्ताह में ही लगभग 1 हजार छात्र छात्राएं फोटो गैलरी में भ्रमण करके हिमाचल दर्शन कर चुकी हैं। एक ही जगह पर पूरे प्रदेश की जानकारी यहां मिल जाती हैं। इस समय यह गैलरी अद्भुत बन गई है। पूरे देश में कहीं ऐसा उदाहरण नहीं मिलता जहां एक ही छत के नीचे किसी प्रदेश के हर दृष्टि से दर्शन व जानकारी मिल जाती हो। मुझे संतोष है कि पूरे जीवन भर के संघर्ष से स्थापित यह गैलरी आज इतनी महत्वपूर्ण हो गई है। इसे निशुल्क दिखाए जाने की भी मेरी मंशा पूरी हो रही है।
उन्होंने दुखी मन से कहा कि वह फिर से विस्थापन का शिकार हो रहे हैं। विकास की आड़ में फिर से इस गैलरी को उजाड़ने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अब शायद ही इसे फिर से स्थापित किया जा सके। इसे बचाने की उनकी सारी कोशिशें असफल हो चुकी हैं। ऐसे में यही आशंका है कि एक साल बाद शायद ही हिमाचल दर्शन फोटो गैलरी देखने को मिल पाए। उन्होंने कहा कि सबको एक सुर में ऐसे प्रयास करने चाहिए ताकि शिमला, धर्मशाला व चंबा की तर्ज पर मंडी में भी कोई संग्रहालय खुल जाए। यदि ऐसा होता है तो वह अपनी सारा संग्रह उसके लिए देने को तैयार हैं।