साल 2023 में शिमला पुलिस दो मोर्चों पर सफल साबित हुई. शिमला में ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने और नशा माफिया के खिलाफ पुलिस ने जमकर कार्रवाई की. इसका असर ग्राउंड जीरो पर भी साफ तौर पर नजर आया. शिमला पुलिस ने हर सीजन के मुताबिक अपना प्लान तैयार किया. ट्रैफिक कंजेशन काम करने के लिए शिमला में पहली बार वन मिनट ट्रैफिक प्लान लागू किया गया. प्रदेश में शिमला में साल 2022 के मुकाबले साल 2023 में 25 फीसदी ज्यादा गाड़ियां आई. इसके अलावा सेब सीजन के दौरान भी 3 करोड़ सेब की पेटी मंडी में पहुंची. इस दौरान भी सड़क दुर्घटनाओं में 50 फ़ीसदी की कमी दर्ज की गई. साल भर में 25 फीसदी मौत और 30 फीसदी घायलों की संख्या में भी कमी आई है.
शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने कहा कि पुलिस की लगातार वैज्ञानिक प्लानिंग और ग्राउंड जीरो पर लगातार कार्रवाई के चलते यह पूरा साल सफलता के साथ बीता. साल 2024 में भी पुलिस इसी तरह ग्राउंड जीरो पर काम करती हुई नजर आएगी. शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने कहा कि शिमला शहर में हर सीजन के मुताबिक अलग-अलग चुनौती रहती है. शहर में शिक्षण संस्थानों में जाने वाले बच्चों की संख्या ही 70 हजार है. इसके अलावा यहां सरकारी ऑफिस और हेल्थ केयर के चलते लगातार लोगों की भीड़ बनी रहती है.
ऐसे में यहां व्यवस्था बनाए रखना अपने आप में चुनौती है. संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस ने ड्रग माफिया के खिलाफ भी जमकर कार्रवाई की. साल भर में 2 करोड रुपए की प्रॉपर्टी फ्रीज की गई. प्रदेश में 424 मामले दर्ज किए गए और 676 आरोपियों पर कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि ड्रग माफिया के खिलाफ की गई कार्रवाई का असर ग्राउंड जीरो पर नजर आया और लोगों का भी इसे लेकर अच्छा रिस्पांस मिल रहा है.