कांग्रेस नेताओं की तकरारों को सुलझाने के लिए हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे एक बार फिर हिमाचल आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, शिंदे सितंबर माह के दूसरे सप्ताह में हिमाचल आएंगे। लेकिन, इस बार वह नेताओं के मन की फाइनल बात टोटलेंगे। माना जा रहा है कि शिंदे इस बार केवल पार्टी के नेताओं से मिलेंगे और वीरभद्र-सुक्खू में ठनी रार पर सुझाव लेंगे।
हालांकि, इससे पहले भी शिंदे हिमाचल दौरे पर वीरभद्र-सुक्खू टीम को एकजुटता का पाठ पढ़ा चुके हैं, लेकिन शिंदे के जाते ही सुक्खू और वीरभद्र सिंह के बीच की रार पहले से ज्यादा बढ़ गई। आलम यह रहा कि मुख्यमंत्री ने 2006 और 2012 की तरह ही इस बार भी हाईकमान को चुनौती दे दी। वीरभद्र सिंह ने साफ कर दिया या तो फ्री-हैंड दो वर्ना चुनाव नहीं लड़ूंगा। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने तो दूसरे विकल्प पर भी ध्यान देने का इशारा कर दिया है।
कुल मिलाकर शिंदे की यात्रा की दो ही सूरत सामने आ रही है। या तो वह कांग्रेस की रार को किसी नतीजे पर पहुंचाएंगे या फिर स्थिति जस की तस ही रहने वाली है।