टांडा मेडिकल कॉलेज कांगड़ा में डॉक्टरों से देर रात हुई धक्का-मुक्की पर रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल कर कड़ा विरोध जताया है। एसोसिएशन के प्रेजिडेंट गिरीश शर्मा का कहना है कि देरा रात नशे में धुत चार युवकों ने उनके काम में बाधा डाली और उनसे दुर्व्यवहार किया। इस दौरान अस्पताल की आंतरिक सुरक्षा में तैनात सेक्यूरिटी गॉर्ड्स भी सामने नहीं आए। प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए और आरोपियों को ख़िलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
इस संदर्भ में एसोसिएशन ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा और कहा कि गाली-गलोज करने वाले आरोपियों के ख़िलाफ मेडी-पर्सन ड्यूटी एक्ट के तहत मामला दर्ज होना चाहिए। अगर इन बदमाशों के ख़िलाफ कार्रवाई नहीं होगी तो डॉक्टर दोबारा हड़ताल करेंगे। वहीं, इस मामले में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गुरुदर्शन गुप्ता का कहना है कि डॉक्टरों और मरीजों की सुरक्षा को लेकर जिलाधीश कांगड़ा और पुलिस अधीक्षक कांगड़ा से बात हो चुकी है और आरोपियों गिरफ्तार हो चुके हैं तथा उन्हें किसी भी सूरत पर बख़्शा नहीं जाएगा। फिलहाल अधीक्षक के कहने पर हड़ताल ख़त्म कर दी गई है।
ग़ौरतलब है कि रविवार देर रात मेडिकल कॉलेज टांडा में कुछ नशे में धुत युवकों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों से दुर्व्यवहार किया था और उनसे धक्का-मुक्की की थी। युवकों की गुंडागर्दी को देखते हुए सिक्यूरिटी गॉर्ड्स भी बीच में नहीं आए, जिसपर डॉक्टरों ने विरोध जताया है।