हिमाचल पथ परिवहन निगम के बेरोजगार प्रशिक्षित कंडक्टरों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। सोमवार को प्रशिक्षित कंडक्टरों ने अपने लिए ठोस नीति की मांग को लेकर सचिवालय का घेराव किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संघ के प्रदेशाध्यक्ष नरेश पठानिया ने मांग उठाई है कि उन्हें नियमित करने के लिए परिवहन निगम जल्द नीति बनाए। जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
गौरतलब है कि ये वे प्रशिक्षित कंडक्टर हैं जिन्हें परिवहन निगम ने कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण दिया था और बाद में नौकरी देने को कहा था। लेकिन, ट्रेनिंग के बाद आदेश जारी हुए कि कंडक्टर भर्ती के तहत जो प्रक्रिया होती है, उसी के तहत कंडक्टरों की भर्ती हो सकेगी।
75 दिनों तक प्रशिक्षण लेने के बाद, उन्हें आज दिन तक निगम ने स्थाई रोजगार नहीं दिया। कई दफा इन कंडक्टरों को बसों की जिम्मेदारी सौंप दी जाती थी, तो कभी बसों से उतार दिया जाता था। नई सरकार बनते ही इन प्रशिक्षित कंडक्टरों को पार्ट टाइम रोजगार भी पूरी तरह बंद हो गया, जिसके बाद सोमवार को उन्होंने सचिवालय के बाहर विरोध जताया है।