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विधायक विकास निधि को लेकर बवाल, CM बोले बंद नहीं की गई विधायक निधि

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विधायक विकास निधि को लेकर बवाल, नेता विपक्ष जयराम ठाकुर बोले विधायक प्राथमिकताओं की बैठक का होगा बहिष्कार,सरकार 28 जनवरी से पहले जारी करें विधायक निधि की अंतिम किस्त, सीएम बोले नहीं की गई विधायक निधि बंद ,नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सुर्खियों में बने रहने के लिए ठगने का कर रहे काम- सीएम सूक्खु

हिमाचल प्रदेश में विधायक विकास निधि की अंतिम किस्त जारी न होने पर बवाल शुरू हो गया है।विपक्षी भाजपा ने 29 जनवरी से शुरू होने वाली विधायक प्राथमिकताओं की बैठक का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है।

नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जनवरी महीना खत्म होने को है और सरकार ने अभी तक विधायक निधि की अंतिम किस्त जारी नहीं की है जो कि नवंबर में जारी कर दी जाती थी।

जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार जानबूझकर विकास निधि की किस्त को रोक रही है जिसको लेकर विपक्ष विधायक प्राथमिकताओं की बैठक में नहीं जाएगा ।अगर सरकार ने 28 जनवरी से पहले अंतिम किस्त जारी नहीं की तो भाजपा विधायक आगामी वित्त वर्ष के लिए बुलाई गई विधायक प्राथमिकताओं की बैठक में नहीं जाएंगे जो की इतिहास में पहली दफा होगा।

जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री आपदा को लेकर केंद्र सरकार पर बुनियाद आरोप लगा रहे है जबकि जो राशि आपदा प्रभावितों को हिमाचल प्रदेश में दी जा रही है वह केंद्र से ही मिली है और केंद्र 90 :10 के अनुपात से हिमाचल प्रदेश के विभिन्न योजनाओं में मदद कर रही है जबकि सरकार अपने चहेतों को आपदा फंड बांटने का काम कर रही है।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर द्वारा सरकार पर विधायक निधि बंद करने के आरोपों पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु ने पलटवार किया है और सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह की बयानबाजी करने के आरोप लगाए हैं।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा किसी भी तरह से विधायक निधि बन्द नहीं की गई है। जयराम ठाकुर विधायक निधि को लेकर फाइल ढूंढने का जो काम कर रहे हैं अच्छा होता है कि वह आपदा के समय के केंद्र सरकार के मंत्रियों से मिलते और हिमाचल को स्पेशल रिलीफ पैकेज दिलाने का काम करते।

वहीं सरकार गाँव के द्वार कार्यक्रम में फिजूल खर्ची के आरोपो पर मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि सरकार जनता के द्वारा कार्यक्रम में किसी भी तरह का फिजूल खर्ची नहीं कर रही है.

इस कार्यक्रम के तहत मंत्री गांव में जाकर आम जनता की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं और वहां पर आम लोगों द्वारा ही खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है किसी भी तरह का मंच नहीं सजाया जाता है और नहीं फिजूल खर्ची की जा रही है वहीं उन्होंने कहा कि सरकार जनता के काम कर रही है या नहीं यह जनता ही बताएगी।