राजधानी शिमला में हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बावजूद भी क्रमिक अनशन पर बैठे SMC शिक्षकों के हौसले बुलंद हैं। उपायुक्त कार्यालय के समीप नियमितीकरण की मांग को लेकर एसएमसी शिक्षकों का क्रमिक अनशन का आठवां दिन है।शिमला में शनिवार को बर्फबारी के दौरान भी शिक्षक धरने पर डटे हुए हैं। उनकी रजाइयां तक बर्फबारी और वर्षा में गीली हो रही हैं।उन्होंने हवाघर में हवा और पानी को रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं। लेकिन एसएमसी शिक्षक संघ ने तिरपाल लगाकर किसी तरह से अनशन स्थल को सूखा रखने के प्रयास किया है।शिक्षकों का साफ तौर पर कहना है जब तक नियमतिकरण की मांग पूरी नही हो जाती बर्फबारी और कड़ाके की सर्दी भी उनके आंदोलन की गर्मी को पस्त नही कर सकती.
SMC शिक्षक संघ के प्रवक्ता निर्मल ठाकुर ने कहा कि राजधानी में बर्फबारी और कड़ाके की ठंड के दौरान वह क्रमिक अनशन पर ढ़ते हुए हैं।उनके नियमतिकरण के लक्ष्य को हाड़ कंपा देने वाली ठंड भी कमजोर नही कर सकती।उन्होंने कहा काफी लंबे समय से उनकी एक ही मांग है नियमतिकरण जिसको लेकर उन्हें क्रमिक अनशन पर बैठना पड़ा।कुछ शिक्षक उम्र की उस दहलीज पर हैं जहां उनकी निगाहें सरकार को निहार रही हैं।
उनकी उम्र 50वर्ष से अधिक हो गयी हैं और 20%अध्यापक ऐसा है जो इस वर्ष सेवानिवृत्त होने वाला है।उन्होंने कहा दूरदराज क्षेत्रों में सेवा दे रहे SMC शिक्षकों के सहारे स्कूल चल रहे हैं।उन्हें सुख की सरकार से बहुत उम्मीदें है।उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के नारे को लेकर सत्ता में आई सुख की सरकार से उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह उनकी मांग पूरा करेगी ।वहीं उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि उन्हें या तो नियमित किया जाए अन्यथा उन्हें नोकरी से निकाल दिया जाए अगर जल्द उनकी मांग पर गौर नही किया गया तो एक दो दिन के भीतर वह पेन डाउन कर कक्षाओं के बहिष्कार करेंगे.