'मैं चुनाव लड़ूं या न लड़ूं, लेकिन चुनावी दंगल में जरूर कूदूंगा। मैं कांग्रेस का सच्चा सिपाही हूं और मरते दम तक कांग्रेस के लिए काम करता रहूंगा।' यह बात मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शिमला में हाइड्रोप्रोजेक्ट सेक्टर के सेमिनार के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कही।
सीएम से पूछा गया कि क्या विधानसभा चुनाव सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में लड़ा जाएगा, तो मुख्यमंत्री ने एकदम से कहा कि मैंने ऐसा कभी नहीं कहा कि चुनाव सुक्खू की अध्यक्षता में लड़े जाएंगे। इसका सीधा अर्थ है कि मुख्यमंत्री अभी भी सुक्खू को पद से हटाना चाहते हैं और सरकार और संगठन के बीच जो रार थी वह अभी खत्म नहीं हुई हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह दिल्ली में हाईकमान से मिले थे। उसके बाद दिल्ली से बाया रोड शिमला आए थे। हाईकमान से मिलने के बाद मुख्यमंत्री के इस बयान के कई मायने सामने आ रहे हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री इस बार अपने क्षेत्र से अपने बेटे विक्रमादित्य सिंह को चुनावी मैदान में उतार सकते हैं, जिसके कुछ संकेत मुख्यमंत्री के बयान में भी झलकते हैं।