सियासत में अक्सर एक दूसरे पर छीटाकशी देखने को मिलती रहती है. नेता एक दूसरे पर टिप्पणियां भी करते हैं, लेकिन इन बयानों के सियासी तौर पर क्या मायने हैं.. ये भी समझना जरूरी है. दरअसल, आजकल हिमाचल की हिमाचल की सियासी फिजा में सिर्फ मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के बयान गूंज रहे हैं..और इन बयानों के जरिए भाजपा कांग्रेस को घेरती जा रही है.. बागियों पर 15-15 करोड़ में बिकने के मुख्यमंत्री के आरोपों पर तो मानहानि का केस दायर कर ही दिया गया है..लेकिन अब मुख्यमंत्री के एक और बयान पर घमाचास मच गया है..जिसमें मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के बागी और कुटलैहड़ से भाजपा उम्मीदवार दाविंदर सिंह भुट्टो को लेकर जनता से मजाकिया अंदाज में एक अपील की थी..लेकिन अब इस अपील को भाजपा ने मुद्दा बना दिया है.
दरअसल, मुख्यमंत्री सुक्खू जनता से अपील कर रहे थे कि जो भाजपा के उम्मीदवार कांग्रेस से बागी होकर आए हैं, उन्हें अपने अपने वोटों के जरिए कुट्टो.. लेकिन अब भाजपा मुख्यमंत्री की तरफ से मजाकिया अंदाज में दिए इस बयान को सियासी तौर पर भुनाने में जुट गई है. भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार और रणधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री सुक्खू ने हमला बोला है.
मुख्यमंत्री ने अपने बयान में आगे ये साफ किया है कि राजनीति में कुट्टो का मतलब होता है..वोटों के जरिए किसी को कुट्टो.. अब सवाल ये है कि मुख्यमंत्री सुक्खू के इन बयानों को भाजपा चुनावों में अपने पक्ष में कितना भुना पाती है.. ये देखने वाली बात होगी.. लेकिन अब आप भी ये तय कीजिए कि मुख्यमंत्री सुक्खू के इस बयान को आप कैसे देखते हैं.. और भाजपा के मुख्यमंत्री सुक्खू पर लगाए गए आरोपों पर आपको कितना दम लगता है?