हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा कौशल विकास के तहत ट्रेंड किए गए ट्रेनी कंडक्टर सोमवार से हड़ताल पर चले गए हैं। अपने लिए ठोस नीति की मांग कर रहे इन ट्रेनी कंडक्टरों ने सोमवार को पूरे प्रदेश में काम ठप रख़ा, जिसके चलते HRTC के कई रूट प्रभावित हुए हैं।
शिमला में कई ग्रामीण इलाकों पर आज निगम की बसें नहीं पहुंच पाईं। पूरे प्रदेश में कौशल विकास योजना के तहत 2 हजार के करीब कंडक्टर निगम की बसों में सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में इनके काम पर नहीं आने से लगभग 250 रूटों पर बसों के पहिए एक साथ थम गए। वहीं, ट्रेनी कंडक्टरों के काम पर नहीं आने की सूरत में राज्य पथ परिवहन निगम वैकल्पिक व्यवस्था करने में नाकाम रहा।
बेरोजगार प्रशिक्षित परिचालक संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष जीत सिंह नेहटा ने कहा कि नियमितीकरण की मांग को लेकर परिचालक क्रमिक अनशन कर रहे हैं। लेकिन अब हमने अनशन के साथ ही हड़ताल पर जाने का भी निर्णय लिया है और हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक सरकार ट्रेनी परिचालकों के लिए कोई ठोस नीति नहीं बना देती। 26 अप्रैल को कैबिनेट की बैठक प्रस्तावित है और इस दिन राज्य सचिवालय के बाहर प्रशिक्षित परिचालक विरोध प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी प्रशिक्षित परिचालकों को एक नीति के तहत नियमित किया गया है और हिमाचल सरकार को भी ऐसी नीति बनानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कौशल विकास योजना में प्रशिक्षण के नाम पर निगम प्रबंधन ने बेरोजगारों का शोषण किया है।