मंडी के मुकाबले में कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह ने अपने एक बयान से हड़कंप मचा दिया है.. विक्रमादित्य का ये बयान अब भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत के लिए कैसे आफत डाल सकता है..ये हम आपको बताने जा रहे हैं..? आगे हम आपको ये भी बताएंगे कि विक्रमादित्य अपने इसी बयान से कैसे चुनाव से पहले ही मंडी से सांसद बन चुके हैं. उधर, कंगना रनौत ने भी पीएम मोदी के नाम पर अपने प्रचार को धार देनी शुरू कर दी है. कंगना रनौत अपने हर मंच से पीएम मोदी के नाम पर मंडी की जनता से वोट मांग रही हैं..और खुद को सांसद बनाने की अपील कर रही हैं.. पहले आप कंगना रनौत का ये बयान सुनिए, फिर आपको विक्रमादित्य का वो बयान भी सुनाएंगे जिससे मंडी का सियासी पारा चढ़ गया है.. पहले कंगना रनौत को सुनिए कि वे कैसे पीएम मोदी के नाम पर वोट मांग रही हैं.
तो सुना आपने कंगना रनौत कैसे मंडी की जनता से खुद को सांसद बनाने की अपील कर रहे हैं.. अब आपको बताते हैं कि विक्रमादित्य सिंह कैसे चुनाव से पहले ही मंडी के एमपी बन गए हैं.. और अब इन परिस्थितियों में कैसे कंगना रनौत के लिए सियासी तौर पर मुश्किल हो सकती है.. दरअसल, मंडी में जनसभा को संबोधित करते हुए विक्रमादित्य ने एमपी का मतलब समझा दिया है.. उन्होंने कहा एमपी का मतलब है मुश्किल समय के पारिवारिक सदस्य.. उनका कहने का मतलब था कि वो मंडी की जनता के साथ मुश्किल समय में भी साथ रहे हैं.
विक्रमादित्य सिंह का ये बयान चुनाव के वक्त क्यों आया है…और उनके इस बयान के मायने क्या हैं..ये भी हमें और आपको समझना पड़ेगा… दरअसल, विक्रमादित्य सिंह और कांग्रेस कंगना रनौत को बाहरी साबित करने में जुटे हैं.. ऐसे में विक्रमादित्य का ये बयान कि मैं आपका एमपी हूं, इस बयान से विक्रमादित्य ये इशारा कर रहे हैं कि वे मंडी के लोकल नेता हैं.. और यहां की जनता के लिए वे और उनका परिवार हमेशा से खड़ा रहा है.. ऐसे में कंगना रनौत जिस प्रकार से पीएम मोदी के नाम पर वोट मांग के खुद के सांसद बनाने की अपील जनता से कर रही हैं, उससे विक्रमादित्य का ये दांव कंगना रनौत पर सियासी तौर पर जरूर भारी पड़ता दिख रहा है.