आपदा में भाजपा नेताओं ने रुकवाई केंद्र से मिलने वाली आर्थिक मदद: मुख्यमंत्री
-भाजपा सांसद सुरेश कश्यप ने आपदा प्रभावितों के जख्मों पर नहीं लगाया मरहम
-पैसों की किस्तें पेंडिंग थी इसलिए एक महीने हिमाचल प्रदेश से बाहर रहे बिकाऊ विधायक
हरिपुरधार (सिरमौर)। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को आपदा के समय केंद्र सरकार से मिलने वाली आर्थिक मदद भाजपा नेताओं ने रुकवाई। हिमाचल विरोधी भाजपा नहीं चाहती थी कि कांग्रेस सरकार प्रभावित परिवारों को फिर से बसा सके।
लेकिन प्रदेश सरकार ने अपने संसाधनों से 4500 करोड़ रुपये का पैकेज देकर 22000 परिवारों को फिर से बसाया। मुख्यमंत्री ने सिरमौर जिला के हरिपुरधार में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। वह यहां लोकसभा उम्मीदवार विनोद सुल्तानपुरी के पक्ष में मतदान की अपील करने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद सुरेश कश्यप ने आपदा प्रभावितों के जख्मों पर मरहम नहीं लगाया। वह सिरमौर के रेणुका विधानसभा क्षेत्र में भी लोगों का दुख दर्द जानने नहीं पहुंचे। उन्होंने न तो संसद में हिमाचल की आवाज उठाई न ही विशेष राहत पैकेज देने के लिए प्रधानमंत्री व गृह मंत्री को कोई चिट्ठी लिखी। हमें केंद्र से आपदा से निपटने के लिए एक पैसे की मदद नहीं मिली।
मुख्यमंत्री के नाते मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह व अन्य केंद्रीय नेताओं से मिला। गुजरात के भुज व उत्तराखंड की तर्ज पर हमने विशेष राहत पैकेज मांगा, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। अब भाजपा नेता चुनाव में राजनीतिक रोटियां सेंकने आ गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के समय जनता के हाथ में सीधा पैसा नहीं पहुंच रहा था। सत्ता दोबारा पाने के लिए भाजपा ने बिना बजट की अंधाधुंध घोषणाएं की। सरकारी पैसे का दुरुपयोग हुआ। कांग्रेस सरकार ने भाजपा के भ्रष्टाचार के चोट दरवाजों को बंद कर एक साल में 2200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया। मैंने जनता का पैसा लुटने से बचाया जिससे कई नेता व अफसर नाराज हुए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के छह विधायक बिकने के बाद एक महीना हिमाचल ही नहीं आये। उनकी पैसों की किस्तें पेंडिंग थीं, उनके लिए भाजपा नेताओं के साथ हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली घूम रहे थे। अयोग्य घोषित होने पर उन्हें सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिली। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हिमाचल प्रदेश की जनता के स्वाभिमान की लड़ाई है।
प्रदेश की जनता कांग्रेस व शिमला संसदीय क्षेत्र के मतदाता विनोद सुल्तानपुरी को वोट देकर जिताएं, जिससे केंद्र सरकार व देश में यह संदेश जाए कि हिमाचल में धनबल की राजनीति नहीं चलने वाली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विनोद के ससुराल रेणुका विधानसभा क्षेत्र में हैं, इसलिए जमाई को पूरा समर्थन दें।