मुख्य निर्वाचन अधिकारी, मनीष गर्ग ने आज यहां बताया कि वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनावों की तुलना में आगामी लोकसभा एवं 6 विधानसभा क्षेत्रों के लिए होने वाले उप-चुनावों के दृष्टिगत अब तक 13.38 करोड़ रुपये नकदी, आभूषण, शराब और नशीली दवाओं को जब्त किया गया है, जबकि वर्ष 2019 में हुए चुनावों में यह जब्तियां 11.31 करोड़ रुपये थीं।
उन्होंने बताया कि अब तक शिमला संसदीय क्षेत्र से इस बार प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा सबसे अधिक 4.19 करोड़ रुपये की जब्तियां दर्ज की गईं, जबकि संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में इस दौरान 3.98 करोड़ रुपये की जब्तियां हुई। संसदीय क्षेत्र कांगड़ा में पुलिस, राज्य कर एवं आबकारी विभाग आदि प्रवर्तन एजेंसियों ने 3.36 करोड़ रुपये की जब्तियां कीं। मंडी संसदीय क्षेत्र में सबसे कम 1.83 करोड़ रुपये की जब्तियां दर्ज की गईं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में पुलिस विभाग ने 3.73 करोड़ रुपये की नकदी, अवैध शराब, ड्रग्स और अन्य कीमती आभूषण जब्त किए थे तथा राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने 7.58 करोड़ रुपये की जब्तियां की थीं, जबकि वर्तमान चुनावों के दृष्टिगत अब तक पुलिस विभाग ने 4.65 करोड़ रुपये मूल्य की जब्तियां की हैं और राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने 8.35 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण जब्त किए हैं तथा आयकर विभाग ने 25 लाख रुपये मूल्य के आभूषण जब्त किए।
खनन विभाग द्वारा अब तक अवैध खनन के मामलों में 25 लाख रुपये के जुर्माने किए हैं।
उन्होंने बताया कि 7 मई, 2024 तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में की गई नाकेबन्दी में कुल की गई जब्तियों में 51.55 लाख रुपये जिला बिलासपुर, जिला चम्बा में 66.80 लाख रुपये, जिला हमीरपुर में 29.04 लाख रुपये, जिला कांगड़ा में 2.74 करोड़ रुपये, 7.99 लाख रुपये किन्नौर में तथा 1.04 करोड़ रुपये नकदी, अवैध शराब, ड्रग्स और अन्य कीमती आभूषण जिला कुल्लू में जब्त किए गए।
इसी प्रकार जिला लाहौल-स्पिति में 32 हजार रुपये, जिला मण्डी में 58.22 लाख रुपये, जिला
शिमला में 1.15 करोड़ रुपये, जिला सिरमौर में 1.20 करोड़ रुपये, जिला सोलन में 1.95 करोड़ रुपये और ऊना जिला में सबसे अधिक 3.14 करोड़ रुपये नकदी, अवैध शराब, ड्रग्स और अन्य कीमती आभूषण जब्त किए गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी संसदीय क्षेत्रों में अब तक 13.38 करोड़ की जब्तियां की गई हैं।
गर्ग ने कहा कि अब तक की गई यह जब्तियां भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार की गई हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रलोभन मुक्त निर्वाचन के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता की शेष अवधि के दौरान अधिक नकदी और शराब आदि पकड़े जाने की संभावना है।