हिमाचल प्रदेश मे 1.92 लाख किसान कर रहे प्राकृतिक खेती , प्रदेश मे 28 हजार हेक्टेयर पर हो रही प्राकृतिक खेती :- जसोटिया.
हिमाचल प्रदेश मे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार के सहयोग से प्रदेश क़ृषि विभाग द्वारा तरह तरह के कार्यक्रम प्रदेश भर मे चलाए जा रहे है. इसी के तहत शिमला के मशोबरा मे स्थित क़ृषि विभाग के समिति कार्यालय मे प्राकृतिक खेती प्रशिक्षुओ के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिवर का आयोजन किया गया.
जिसमे हिमाचल प्रदेश के अलग अलग जिला मुख्यालय व ब्लॉको से प्राकृतिक खेती ट्रेनरो ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम मे क़ृषि विभाग के अधिकारियों ने प्रदेश भर से आए ट्रेनरो को प्राकृतिक खेती के गुर सिखाए. और इसे प्रदेश के किसानों तक कैसे पहुँचाएं इसके लिए सभी को प्रशिक्षण दिया.
हिमाचल प्रदेश क़ृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रविन्द्र जसोटिया के कहा कि हिमाचल प्रदेश मे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए आज क़ृषि विभाग के समिति कार्यालय मशोबरा मे एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है जिसमे AFC के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों मे जितने भी ट्रेनर इंचार्ज है वो आज प्रशिक्षण के लिए पहुंचे है
प्रशिक्षण शिविर मे सभी ट्रेनरो को ट्रेनिंग दी जा रही है कि हिमाचल प्रदेश मे प्राकृतिक खेती को कैसे किसानो के बीच ले जानी है. उन्हें प्राकृतिक खेती के लिए कैसे प्रोत्साहित करना है कि प्राकृतिक खेती मे किसानों का ख़र्चा कम और आय ज्यादा हो. और इसका उत्पादन पर भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के किसानी से जुड़े कुल साढ़े 9 लाख परिवारों मे से 2.25 लाख परिवारों को प्रशिक्षण दे चुके है जिसमे से अब तक 1.50 लाख परिवार पूर्ण रूप, आंशिक रूप या अपनी जमीन के कुछ टुकड़े पर प्राकृतिक खेती कर रहे है.और वर्तमान मे प्रदेश कुल क़ृषि जमीन मे से 2800 हेक्टेयर पर प्राकृतिक खेती हो रही है.