लोक सभा चुनाव से भाजपा के सांसदों और उपचुनाव से बढ़ी विधायकों की संख्या
नेता प्रतिपक्ष से मिले भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक
नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण में शामिल हुए नेता प्रतिपक्ष
चंबा में आईबी के एएसआई की हत्या चिंतनीय, क़ानून व्यवस्था सम्भाले सरकार
शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर शिमला के विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण में शामिल हुए। समारोह के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों ने कांग्रेस को पूरी तरह नकार दिया है और भाजपा को भारी जनसमर्थन दिया है। यह सुक्खू सरकार को नकारने जैसा है।
प्रदेश के लोगों ने सरकार की नाकामी के चलते कांग्रेस को नकार दिया। 68 में से 61 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को बढ़त दी। प्रदेश के ज़्यादातर मंत्री और सीपीएस तो अपने विधानसभा क्षेत्र में पिछड़े ही साथ ही मुख्यमंत्री की अपनी सीट पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को सहयोग स्नेह देने के लिए प्रदेश के लोगों का आभार जताया।
हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जीते विधायक सुधीर शर्मा और इन्दर दत्त लखनपाल बुधवार को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से मिलने के लिए उनके विधानसभा स्थित कार्यालय पहुंचे। जयराम ठाकुर में उन्हें जीत के लिए शुभकामनाएं देते हुए उनका स्वागत किया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस लोकसभा आम चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सीटों में भारी वृद्धि हुई। एक तरफ़ जहां कांग्रेस से मंडी लोकसभा सीट भाजपा ने जीती वहीं मुख्यमंत्री के गृहज़िला की बड़सर और धर्मशाला की सीट भी जीती। लोकसभा में कांग्रेस से एक सीट तो विधान सभा में कांग्रेस से दो सीट ली। अब सदन में भाजपा 27 हो गई है। आने वाले दिनों में यह संख्या और ज़्यादा हो जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था की स्थिति बदहाल हो गई है। पिछले तीन दिन के अंदर प्रदेश में पाँच जघन्य हत्याकांड हो चुके हैं। बिलासपुर में बुजुर्ग दंपति की हत्या के बाद, काँगड़ा में बालिका की दराट से काटकर हत्या के बाद ऊना में एक व्यक्ति की हत्या कर शव को सड़क के किनारे फेंक दिया और अब चंबा के सलूणी में आईबी के एएसआई की हत्या का मामला सामने आया है।
प्रदेश में इस तरह की अराजकता के लिए कोई स्थान नहीं है। इस तरह की घटनाओं के लिए देवभूमि में कोई स्थान नहीं है। मुख्यमंत्री क़ानून-व्यवस्था की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए काम करें। लोगों का जीवन भगवान भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है।