धर्मशाला, 18 जून: उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला में मानसून आरंभ होने से पहले कूहलों तथा नालियों की साफ सफाई का कार्य मिशन मोड में करने तथा विकास खंड अधिकारियों को सभी पंचायतों में जल निकासी के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बारिश का पानी कहीं भी रूक न सके। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भू-स्खलन को लेकर संवेदनशील सड़कों एवं अन्य जगहों की सूची पहले से तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
भू-स्खलन इत्यादि से होने वाले नुक्सान को कम करने की दिशा में कारगर कदम उठाए जाएं इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग, आईपीएच तथा विद्युत विभाग को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से जेसीबी मशीनें और आवश्यक उपकरण भी पहले से तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त ने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी नियमित तौर पर लोगों तक पहुंचाने के लिए भी उपयुक्त कदम उठाए जाएंगे ताकि आम जनमानस पहले से ही मौसम को लेकर पहले से अलर्ट रहें।
उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान राहत कार्यों में किसी भी स्तर पर बिलंब नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि जिला स्तर तथा उपमंडल स्तर पर आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम खोलने के लिए दिशा-निर्देश भी दे दिए गया हैं ताकि आपदा से त्वरित प्रभाव से निपटा जा सके। इसके अतिरिक्त सभी विभागों को मानसून के सीजन के दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़े कार्यों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने निर्देश भी दिए गए हैं ताकि आपदा प्रबंधन का कार्य सुचारू रूप से सके। उन्होंने कहा कि सभी उपमंडलाधिकारियों को पंचायत प्रतिनिधियों तथा वालंटियर्स के साथ आपदा प्रबंधन को लेकर आवश्यक बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।