अफीम तस्करी के सरगना को किया गिरफ्तार
पुलिस के हत्थे चढ़ा यह सरगना नेपाल का मूल निवासी है
शिमला के नारकंडा में रहकर तस्करी को अंजाम दे रहा था
इसकी पहचान रवि गिरी (41) के तौर पर हुई है।
मामले की पुष्टि करते हुए एसपी शिमला संजीव गाँधी ने खुलासा किया है कि अभियुक्त के बैंक खातों से पिछले करीब दो सालों से 3.40 करोड़ का वित्तीय लेन-देन हुआ है। पुलिस ने अभियुक्त की सभी अवैध चल-अचल संपति व बैंक खातों को फ्रीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपित का शिमला में अपना कारोबार था। अपने कारोबार की आड़ में वह अफीम की तस्करी को भी अंजाम दे रहा था। ठियोग पुलिस पिछले दिनों अफीम बरामदगी के एक मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए रवि गिरी तक पहुंची।
दरअसल, ठियोग पुलिस ने एक हफ्ता पहले ठियोग इलाके में डेढ़ किलो अफीम के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया था। इसे लेकर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए ठियोग पुलिस ने बैकवर्ड लिंकेज, तकनीकी इनपुट व ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया।
ठियोग के एसएचओ की निगरानी और सब इंस्पेक्टर अंकुश की अगुवाई में पुलिस अधिकारियों की टीम को सरगना रवि गिरी के बारे में अहम जानकारियां मिलीं और अभियुक्त को नारकंडा से गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल पुलिस अभियुक्त को गिरफ्तार कर अगले और पिछले लिंक की जांच में जुटी है। पुलिस के मुताबिक जांच में अफीम तस्करी के संचालन के तार नेपाल से जुड़े होने की बात सामने नहीं आई है।
बीते 3 जुलाई को ठियोग क्षेत्र में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो नेपाली तस्करों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से करीब डेढ़ किलो अफीम बरामद हुई थी। ठियोग थाना क्षेत्र के मतियाना कस्बे में नेशनल हाईवे-5 पर नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने एक कार को तलाशी के लिए रोका और कार में रखे एक थैले से 1.516 किलो अफीम बरामद हुई।
पुलिस ने कार सवार दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान नेपाल निवासी तिलक बोहरा और सुधीर बुद्धा के तौर पर हुई थी। ये दोनों शिमला जिला के कुमारसेन के नारकंडा में सेब बगीचे में काम करते हैं। ठियोग पुलिस ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। रिमांड के दौरान दोनों आरोपियों ने सरगना रवि गिरी के बारे में राज खोले और उसे इस पूरी तस्करी का किंगपिन करार दिया। ठियोग पुलिस ने सरगना रवि गिरी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और देर रात उसे गिरफ्त में ले लिया।