कुल्लू के घियागी गांव में हुए भयंकर अग्निकांड में 7 मकान जलकर राख हो गए हैं। इस अग्निकांड में करोड़ों के नुक्सान का अनुमान लगाया गया है। यदि स्थानीय लोगों द्वारा आग को बुझाने का काम नहीं किया जाता तो क़रीब 60 घर आग की भेंट चढ़ जाते।
ग्रामीण का पुलिस पर आरोप
इसी कड़ी में ग्रामीणों ने पुलिस कार्यशैली पर सवाल उठाए है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पुलिस से और जवान बुलाने की गुहार लगाई, लेकिन बदले में एएसआई बंजार ने उन्हें हड़का दिया और बदसलूकी की। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस किसी की मदद तो क्या करेगी, बस स्टेटमैंट लेने के काबिल है। पुलिस को भी ग्रामीणों के साथ आग पर काबू पाने का काम करना चाहिए था।
वहीं, बंजार थाना प्रभारी सीआर चौधरी का कहना है कि आगजनी की घटना के दौरान पुलिस के जवानों ने किसी भी ग्रामीण के साथ बदसलूकी नहीं की,बल्कि छोटी सी कहा सुनी हुई थी। गौरतलब है कि मंगलवार को घियागी गांव में भयंकर आग लग गई थी, जिसे ग्रामीणों ने समय रहते बुझा लिया। यहां उपरी इलाकों में कोई दमकल विभाग की मदद नहीं मिल पाई।