सुक्खू सरकार को तोड़ने की भाजपा की कोशिश हुई असफल, प्रदेश की जनता ने कांग्रेस के डेढ़ साल के कार्यकाल पर लगाई मोहर।
पिछले साल हिमाचल में मानसून की बरसातें इतनी बरसी की तबाही मचा दी। सैंकड़ों लोगों को लीलने के साथ जान माल का भारी नुकसान हुआ। इस बार उल्टा हो रहा है मौसम की बेरुखी से हिमाचल में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए है। फसलों को भारी नुकसान हुआ है कई फसलें खराब होने की कगार पर हैं।
सीपीएस किशोरी लाल ने भी माना कि हिमाचल में सुखे से किसानों बागवानों की फसलों को नुकसान हुआ है। सरकार मूल्यांकन करेंगी और किसानों को फसलों का मुआवजा दिया जायेगा। पिछली बार भी सरकार ने किसानों का की मदद की है। अब भी मदद की जायेगी।
उन्होने कहा की भाजपा द्वारा सरकार को गिराने की नाकाम कोशिश की गई। 9 विधायको ने बागी होकर उप चुनाव जनता पर थोपा। लेकिन जनता ने सुक्खू सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल पर मोहर लगाई और फिर से कांग्रेस के विधायकों की संख्या 40 हो गई है ।