जयराम सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर ने नगर निगम धर्मशाला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। शनिवार को मंत्री ने कहा कि निगम के अधिकारियों ने रेस्ट हाउस की जमीन लीज़ पर लेकर पूरी तरह कब्जा जमा लिया है। जो रेस्ट हाउस 2 मंजिला था वे अब 5 मंजिला भवन बन गया है। पर्यटन विभाग और निगम के ऑफिस सामने हैं, लेकिन पिछले 5 सालों में इसपर किसी की नज़र तक नहीं पड़ी।
मंत्री ने कहा कि विभाग ग़रीब लोगों पर तो अवैध कब्जों की कार्रवाई अमल में ला रहा है, लेकिन इन बड़ी मछलियों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इन बड़ी मछलियों को नगर निगम भी संरक्षण दे रहा है और कुछ बड़े लोग भी इनके साथ मिले हुए हैं। नगर निगम के अधिकारी विदेशी दौरों पर घूम रहे हैं और उनका सारा खर्चा टैंडर कंपनियां उठा रही हैं। ये सारी बाते मुख्यमंत्री के ध्यान में लाई जाएंगी और जांच बिठाकर इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कानून व्यवस्था पर साधी चुप्पी
समाचार फर्स्ट ने जब लॉ एंड ऑर्डर का सवाल किया तो मंत्री ने कहा कि आज कानून व्यवस्था पर कोई बात नहीं होगी। सिर्फ नगर निगम के घोटालों की बात करेंगे। मंत्री का जबाव न देने का सीधा मतलब है कि वह अपनी सरकार में हुई नाकामी से अच्छी तरह वाकिफ हैं और इसपर कुछ नहीं कहना चाहते।
'निगम का पैसा डकारने के आरोप'
उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों ने निगम की संपत्ति पर कब्जा कर अपने लिए लाखों रुपये कमाने का जरिया बनाया। चुनाव लड़ने से पहले किसी ने भी इस बात का कोई भी संज्ञान नहीं लिया। हालांकि, इस बात की जांच 2010 में की गई थी और गलत पाया गया था। उस वक्त मजिस्ट्रेट ने जांच की थी, वाबजूद उसके उक्त भवन को लेकर कोई कार्यवाही नहीं की गयी।